- जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा-आरती है बेहद फलदायी।
- हर पूजा में सबसे पहले होती है गणेश जी की ही आराधना।
- इस आरती के साथ गणेश जी के प्रिय भोग भी किए जाते हैं शामिल।
Bhagwan Ganesh Ji Ki Aarti, Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Aarti : आज गणेश चतुथी के पर्व पर गणपति की आराधना की धूम है। हर पूजा व हवन में सबसे पहले गणपति की पूजा होती है। उनकी आरती भी हर पूजन में अनिवार्य रूप से शामिल रहती है। गणेश चतुर्थी पर उनकी पूजा का पूर्ण फल पाने के लिए जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा आरती गाएं। मान्यता है कि इस आरती से आपको व्रत और पूजा का पूर्ण फल मिलता है।
Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi
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जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
'सूर' श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
आरती में गणपति के प्रिय भोग जैसे कि मोदक, लड्डू, केला आदि भी शामिल करें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि गणेश पूजा में तुलसी को शामिल नहीं किया जाता है।