सामुद्रिक शास्त्र में शरीर के अंगों की बनावट, तिल, चिन्हों के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। जिस तरह से किसी भी व्यक्ति की कुंडली देखकर उसके भविष्य के बारे में जाना जा सकता है उसी तरह से शरीर के अंगों की बनावट और चिन्हों के द्वारा भी आप काफी कुछ जान सकते हैं। आज आप यहां जानेंगे कुछ ऐसी लड़कियों के बारे में जिन्हें सामुद्रिक शास्त्र अनुसार बेहद भाग्यशाली माना जाता है। जानिए भाग्यशाली लड़कियों की क्या है पहचान।
पहली पहचान: सामुद्रिक शास्त्र अनुसार जिन लड़कियां का माथा अधिक चौड़ा, अर्ध चंद्रमा का आकार लिए हुए होता है ऐसी लड़कियां बेहद भाग्यशाली होती हैं। ये अपने पति और ससुराल के लोगों की किस्मत चमका देती हैं। ये समाज में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहती हैं। जहां भी इनके शुभ कदम पड़ते हैं वहां खुशहाली आ जाती है।
दूसरी पहचान: जिन लड़कियों के माथे पर त्रिशूल का निशान बना हुआ दिखाई देता है। वो लड़कियां परिवार वालों के लिए बेहद भाग्यशाली होती हैं। कहते हैं ये लड़कियां जिस भी लड़के से शादी करती हैं उसकी किस्मत चमक जाती है। समाज में इन्हें खूब मान-सम्मान मिलता है।
तीसरी पहचान: जिन लड़कियों की आंखें बड़ी हों और आंखों के ऊपर और नीचे की त्वचा हल्की सी लाल हो, बीच की पुतली बिल्कुल काली और आंख का सफेद भाग दूध जैसा सफेद हो ऐसी लड़कियां अपने ससुराल वालों के लिए अत्यंत ही भाग्यशाली मानी जाती हैं।
चौथी पहचान: जिन लड़कियों के पैर का अंगूठा आगे से गोल आकार का और उसके आगे का भाग उठा हुआ हो और साथ ही उसमें लालिमा हो तो ऐसी लड़कियां भी भाग्यशाली मानी जाती हैं।
पांचवीं पहचान: जिन लड़कियों के शरीर के दाहिनी हिस्से की तुलना में बाईं ओर अधिक तिल होते हैं, ऐसी लड़कियां भी बेहद लकी मानी जाती हैं। ये ससुराल वालों की किस्मत बदल देती हैं। इनके परिवार में सुख-सुविधाओं की कभी कमी नहीं होती।