- महामृत्युंजय मंत्र भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए होता है
- महामृत्युंजय मंत्र में अकाल मृत्यु को भी टालने की शक्ति होती है
- इस मंत्र का जाप करते हुए आपको कई नियमों का ध्यान देना जरूरी है
Mahamrityunjay Mantra: हिंदू धर्म में हर मंत्र का अपना विशेष महत्व है। ये मंत्र व्यक्ति के स्वास्थ्य से लेकर जीवन की सुख समृद्धि में प्रभाव डालता है। इन मंत्र का उद्देश्य मानव कल्याण है। इन मंत्रों में अलौकिक शक्तियां होती है, जो बड़ी से बड़ी समस्या को टाल देती है। इन्हीं मंत्रों में से एक मंत्र है 'महामृत्युंजय मंत्र' “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥” यह मंत्र भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए होता है। इस मंत्र में अकाल मृत्यु को भी टालने की शक्ति होती है। इस मंत्र से जीवन में आने वाली दुविधा का निवारण भी हो जाता है। इस मंत्र का जाप करते हुए आपको कई नियमों का ध्यान देना जरूरी है। नियमों का उल्लंघन करने पर इसका परिणाम बुरा भी हो सकता है। आइए जानते हैं महामृत्युंजय जाप के नियम व मंत्र का महत्व के बारे में..
स्पष्ट होने चाहिए शब्द
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए हर शब्द पूरी तरीके से स्पष्ट होना जरूरी है। इसका उच्चारण शुद्ध होना चाहिए, मंत्र का हर एक शब्द समझ में आना चाहिए। यह शब्द संस्कृत में है और इसका उच्चारण गलत नहीं होना चाहिए।
रुद्राक्ष की माला लेकर करें जाप
इसके साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का अगर आप जाप करते हैं तो रुद्राक्ष की माला जरूर साथ होनी चाहिए और आपको हर दिन एक माला का जाप करने के बाद ही उठना चाहिए। इसके अलावा जाप करते समय माला को गोमुखी में ढक कर रखें। इस मंत्र का जाप करते समय पूरा ध्यान भगवान शिव में लगाएं।
दिशा का रखें विशेष ध्यान
जाप करते समय दिशा का विशेष ध्यान रखें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय अपना मुख पूर्व दिशा की ओर ही रखें। व मंत्र का जाप करते समय कुशा के आसन पर ही बैठे और इसके अलावा मंत्र करते समय किसी शांत स्थान को ही ढूंढे। शोर शराबा से मन भटक सकता है।
इन चीजों से बनाएं दूरी
ध्यान रहे जिस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर रहे हो उस दिन मांस, मछली, शराब व प्याज- लहसुन जैसी चीजों का सेवन न करें। इससे दूरी बना कर रखें। यह आपकी तपस्या को भंग कर सकता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)