- कुंडली में मंगल का होता विशेष महत्व
- मंगल दोष के कारण जीवन में आती हैं कई परेशानियां
- मंगल दोष के कारण तनावग्रस्त रहता है इंसान
नई दिल्ली: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मंगल ग्रह हमारे जीवन में विशेष भूमिका निभाता है। इसके होने से जातकों को लाभ और हानि दोनों का सामना करना पड़ता है। अगर किसी इंसान की जन्म कुंडली में मंगल अच्छा है तो उसे ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ उसके जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
दूसरी तरफ अगर कुंडली में मंगल की स्थिति खराब है तो इसका प्रभाव जातक के जीवन पर बहुत बूरा होता है। लाल किताब के अंदर यह बताया गया है कि मंगल खराब कब होता है और यह पता कैसे चलता है?
मांस का सेवन करने से मंगल होता है खराब
लाल किताब के अनुसार जो इंसान मांस, मटन, अंडे और मछली का सेवन करता है उसके कुंडली में मंगल ग्रह खराब हो जाता है। इस बात का भी उल्लेख मिलता है कि जो बच्चे जानवरों का दूध ज्यादा पीते हैं उनकी प्रवृत्ति भी जानवरों जैसी हो जाती है।
भाई से लड़ाई करना भी मंगल के खराब होने की वजह
जो इंसान अपने भाई व खून के रिश्तों से लड़ाई करता रहता है उसका मंगल खराब हो जाता है और उसे मंगल का लाभ नहीं मिलता है।
क्रोध करने से भी मंगल होता है खराब
अगर कोई हमेशा गुस्सा और चिड़चिड़ा रहता है तो समझ जाना चाहिए की उसका मंगल खराब है।
अशुद्ध खून या खून में कमी
मंगल के खराब होने की निशानी यह है कि आपका खून अशुद्ध हो जाएगा या कम हो जाएगा। खून के अशुद्ध होने की वजह से आपको कई बीमारियां भी हो सकती हैं।
अपराध से जुड़ जाता है नाता
मंगल के अच्छे होने की वजह से पदों में उन्नति होती है वहीं अगर मंगल खराब रहता है तो इंसान अपराधी बन जाता है। यह इंसान हर समय गुस्सा करता रहता है। गुस्से उसपर हर पल हावी रहता है।
तनावग्रस्त
लाल किताब के अनुसार जिस व्यक्ति का मंगल खराब होता है उसके जीवन में शांति खत्म हो जाती है। ऐसा इंसान हमेशा भयभीत और तनाव में रहता है।
पश्चिम कोण रहता है गंदा
अगर किसी इंसान के घर के पश्चिम कोण में बहुत गंदगी है तो समझ जाइए की उसका मंगल खराब है।
अगर कुंडली के भाव में मंगल हो अकेला
लाल किताब में इस बात की चर्चा मिलती है कि जन्म कुंडली के चौथे और आठवें भाव में मंगल खराब रहता है। अगर किसी भाव में मंगल अकेला है तो यह खतरनाक हो सकता है।
इन ग्रहों के मिलाप से मंगल होता है खराब
लाल किताब के अनुसार सूर्य और शनि एक साथ मिलकर मंगल का निर्माण करते हैं। अगर मंगल के साथ केतु है तो यह अशुभ है और मंगल के साथ बुध हानिकारक है। सूर्य और बुध एक साथ नेक मंगल का निर्माण करते हैं।
गर्भ धारण करने में आती हैं मुश्किलें
जिन औरतों की कुंडली में मंगल खराब होता है उनको गर्भ धारण करने में मुश्किलें आती हैं। इन महिलाओं को बच्चा पैदा करते समय भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।