- झूलों के डंडों या चेन को फूलों से लपेट कर सजाएं
- मोंगरे और गेंदे की फूल से माखन की मटकी सजाएं
- गोटे, रिबन, बिट्स आदि से भी कर सकते हैं सजावट
जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की आराधना के साथ झांकी सजाने की परंपरा भी है। भगवान के जन्म लेने के बाद उन्हें पालने में झूला झूलाया जाता है और मटकी में उनका मनपसंद माखन और मिस्री या दही रखी जाती है। इसलिए पालने या झूले को सजाने के साथ मटकी को भी सज्जित करने की परंपरा है। यदि आप भी घर पर मटकी और झूला सजाना चाहते हैं तो आप बहुत ही आसान और सिंपल चीजों से इसे सजा सकते हैं। भगवान कृष्ण की पूजा में साज-सज्जा का विशेष महत्व होता है, इसलिए इस दिन झांकियों को सजाने के साथ झूला और मटकी को भी जरूर सजाया जाता है।
मान्यता है कि साज-सज्जा से भगवान श्रीकृष्ण का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। तो आइए आपको बताएं कि आसान तरीके से आप घर पर मटकी और झूला कैसे सजा सकते हैं।
इन आसान तरीकों से सजाएं जन्माष्टमी पर कान्हा का झूला और माखन की मटकी
झूले को सजाने के बेहतरीन टिप्स
रिबन या लेस : यदि आप नया झूला ले कर आ रहे या पुराने झूले को ही सजाना चाहते हैं तो इसके लिए इसे रंग-बिरंगे रिबन से लपेटें। आप चाहें तो रंग-बिरंगे लेस और बॉडर वाले गोटे से भी आप झूले को सजा सकते हैं।
बीड्स से सजावट : बीड्स या मोतियों की लड़ियों से भी पालने या झूले का आसानी से सजाया जा सकता है। ये देखने में रॉयल लुक भी देता और सजाने में भी बहुत आसान होता है। आप चाहें तो सफेद या रंग-बिरंगे बिड्स की लड़ियों के साथ कुछ लाइट्स वाले झालर भी लगा सकते हैं।
फूलों से सजावट : सबसे आसान और पवित्र तरीका पालने या झूले को सजाने का होता है फूल। रंग-बिरंगे सुगंधित फूलों की लड़ियों से पालने को सजाना आसान भी होता है और इसकी सुंदरता की कोई तुलना नहीं की जा सकती।
पताकों से सजावट : यदि आपका झूला बड़ा है तो आप फूलों के साथ पताकों से भी झूले को सजा सकते हैं। ये देखने में भी आसान होते हैं सजाने में भी सुविधाजनक होते हैं।
दही हांडी के बिना सब अधूरा, ऐसे सजाएं मटकी
जन्माष्टमी पर हांडी या मटके के सजाने के लिए आप मटकी को सबसे पहले पेंट कर सुखा लें। चाहे तो पेंट से ही इस पर डिजाइन बना लें या पेंट के बाद इसे रिबन, लेस या गोटे और बिड्स से सजा लें। गोटे या लेस और फेविकोल से चिपकाते हुए आप मटकी को बेहतरीन लुक दे सकते हैं।
आप चाहें तो मटकी या हांडी को आप फूलों से भी आसानी से सजा सकते हैं। ये देखने में भी अच्छे लगते हैं और इनकी पवित्रता भी अधिक होती है।