- सावन मास की शुक्ल पंचमी तिथि नाग पंचमी के नाम से जानी जाती है, इस वर्ष नाग पंचमी 13 अगस्त के दिन पड़ रही है।
- नागपंचमी पर भगवान शिव तथा नाग देवता के साथ हिंदू धर्म शास्त्रों में उल्लेखित बारह नागों की पूजा का विधान है।
- हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, नाग पंचमी तिथि पर कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाते हैं।
Kaalsarp Dosh Upay in Hindi: सावन मास के शुक्ल पंचमी पर मनाए जाने वाली नाग पंचमी कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए अनुकूल मानी गई है। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार नाग पंचमी तिथि पर भगवान शिव, नाग देवता तथा 12 नागों की पूजा करने से जातकों को शुभ फल प्राप्त होता है। कुंडली में कालसर्प दोष के मौजूद होने से जातक के जीवन में कई तरह की मुश्किलें आती हैं। नाग पंचमी पर भगवान शिव का जलाभिषेक और नाग देवता को दूध अर्पित करना लाभदायक माना गया है। इस वर्ष नाग पंचमी तिथि 13 अगस्त के दिन पड़ रही है। इस बार 108 साल बाद उत्तरा योग और हस्त नक्षत्र का संयोग बनने वाला है। अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसे नाग पंचमी तिथि पर कुछ विशेष उपाय अवश्य करने चाहिए।
kaal sarp dosh door karne ke upay, कालसर्प दोष दूर कैसे करें।
1. नवनाग स्त्रोत का करें जाप
जानकारों का मानना है कि नाग पंचमी तथा महाशिवरात्रि और ग्रहण जैसी तिथियों पर नवनाग स्त्रोत का जाप करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
2. शिवालय में अर्पित करें नाग-नागिन का जोड़ा
अगर जातक कालसर्प दोष से पीड़ित है तो उसे नाग पंचमी के दिन शिव मंदिर या शिवालय में जाकर चांदी या तांबे से निर्मित नाग-नागिन का जोड़ा अर्पित करना चाहिए।
3. जंगल में छोड़े नाग-नागिन का जोड़ा
नाग पंचमी तिथि पर किसी सपेरे से नाग-नागिन का जोड़ा खरीद लें और उसे जंगल में जाकर छोड़ दें। यह उपाय करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं और कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
4. सुगंधित फूल या चंदन से करें नाग देवता की पूजा
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार नाग देवता को सुगंधित वस्तुएं अच्छी लगती हैं। नाग पंचमी तिथि पर उन्हें सुगंधित फूल या चंदन अर्पित करना चाहिए। इसके साथ पूजा करते समय ॐ कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए।
5. शिवलिंग पर चढ़ाएं पंच धातु से बना नाग
नाग पंचमी तिथि पर शिवलिंग पर पंच धातु से बना ना चढ़ाएं। इसके साथ इस दिन पंचामृत से भगवान शिव तथा नाग देवता की पूजा करें।
(Note : ये लेख आम धारणाओं के आधार पर लिखा गया है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है। )