- कुंडली में कालसर्प दोष होने के वजह से जीवन में आती हैं कई मुश्किलें।
- कालसर्प दोष दूर करने के लिए किए जाते हैं कई विशेष उपाय, कालसर्प दोष की पूजा से भी यह दोष होता है दूर।
- त्रयंबकेश्वर, प्रयागराज, बद्रीनाथ आदि जगहों पर की जाती है कालसर्प दोष दूर करने के लिए विशेष पूजा।
Kaalsarp dosh ki puja kahan hoti hai: कई ज्योतिषियों के अनुसार, जब जीवन में एकाएक मुसीबतें आने लगें या परेशानियां कम होने का नाम ना लें। तब, जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष का योग हो सकता है। जानकार बताते हैं कि, कालसर्प दोष दूर करने के लिए विशेष पूजा तथा अनुष्ठान किए जाते हैं। आगर किसी जातक को कालसर्प दोष से मुक्ति पानी है तो नाग पंचमी की तिथि इसके लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, नाग पंचमी पर नागों की पूजा की जाती है। इस दिन विशेष पूजा तथा उपाग करने से कालसर्प दोष दूर होता है। कहा जाता है कि नाग पंचमी तिथि पर कालसर्प से पीड़ित जातकों को चांदी से निर्मित नाग नागिन का जोड़ा भगवान शिव को अर्पित करना चाहिए। भारत के कई धार्मिक स्थानों पर कालसर्प दोष करने के लिए नाग पंचमी तिथि पर विशेष पूजा की जाती है। अगर आप भी कालसर्प दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इन धार्मिक स्थलों पर आपको दर्शन जरूर करना चाहिए।
Kaalsarp Dosh Ki Puja Kahan Hoti Hai यहां जानें, भारत में किन धार्मिक स्थलों पर होती है नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष की पूजा।
1. त्र्यंबकेश्वर
भारत के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में नाग पंचमी के दिन विशेष अभिषेक तथा पूजा की जाती है। नासिक में स्थित त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में हर साल कई श्रद्धालु कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए दर्शन करने आते हैं।
2. बद्रीनाथ धाम
चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम में भी नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष की पूजा की जाती है। इस दिन विशेष पूजा के साथ पितृदोष के लिए भी उपाय किए जाते हैं। जानकार बताते हैं कि बद्रीनाथ धाम में ब्रह्मकपाली नामक जगह पर कालसर्प दोष की पूजा आयोजित की जाती है।
3. त्रिजुगी नारायण मंदिर
त्रिजुगी नारायण मंदिर केदारनाथ धाम के पास स्थित है। कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए जातक यहां सोने, चांदी या तांबे से निर्मित नाग नागिन अर्पित करते हैं। इसके साथ जातक यहां ज्वाला में गुलरिया, पीपल की लकड़ी या चंदन की लकड़ी भी अर्पित करते हैं।
4. प्रयागराज
भारत के धार्मिक तथा पवित्र स्थलों में से एक प्रयागराज के संगम तट पर कालसर्प दोष दूर करने के लिए विशेष पूजा तथा अनुष्ठान किया जाता है। लोग यहां नाग पंचमी पर पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए भी पूजा करते हैं।
5. त्रीनागेश्वरम वासुकी नाग मंदिर
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए तंजौर जिले में स्थित त्रीनागेश्वरम वासुकी नाग मंदिर भी बेहद प्रसिद्ध है। कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए जातक यहां पूजा करते हैं।
6. उज्जैन सिद्धवट
उज्जैन की पवित्र शिप्रा नदी के तट पर सिद्धवट नाम की एक जगह है जहां पितृदोष तथा कालसर्प दोष दूर करने के लिए पूजा की जाती है।