- चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं।
- कामदा एकादशी को भगवान श्रीविष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है।
- मान्यता है कि इस व्रत को करने से मनुष्यों को पापों से मुक्ति मिलती है।
kamada Ekadashi vrat vidhi: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं। कामदा एकादशी को भगवान श्रीविष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है। इस बार यह व्रत 23 अप्रैल, शुक्रवार को है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से मनुष्यों को पापों से मुक्ति मिलती है। इस व्रत की विधि और उपाय इस प्रकार है।
Kamada Ekadashi vrat vidhi: कामदा एकादशी का व्रत कैसे करें
- एकादशी के एक दिन पूर्व यानी 22 अप्रैल, गुरुवार को पूरे दिन और रात्रि में संयम पूर्वक व्यवहार करें।
- कामदा एकादशी की सुबह स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान श्रीविष्णु की पूजा करें।
- भगवान विष्णु को फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत आदि पदार्थ अर्पित करें। आठों प्रहर निर्जल (बिना पानी पिए) रहकर विष्णु जी के नाम का स्मरण एवं कीर्तन करें।
- अगर निर्जना व्रत रखना संभव न हो तो एक समय फलाहार कर सकते हैं।
- एकादशी व्रत में ब्राह्मण भोजन एवं दक्षिणा का बड़ा ही महत्व है। अत: द्वादशी तिथि (24 अप्रैल शनिवार) को ब्राह्मणों को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करने के बाद ही भोजन करें।
- इस प्रकार जो चैत्र शुक्ल पक्ष में कामदा एकादशी का व्रत रखता है, उसकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
Kamada Ekadashi ke Upay : कामदा एकादशी पर ये उपाय करें
- एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के किसी मंदिर में पीले वस्त्र (धोती) अर्पित करें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं।
- एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के मंदिर में मोर पंख या मोर मुकुट चढ़ाना चाहिए। इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
- एकादशी पर भगवान विष्णु के मंदिर में बांसुरी चढ़ानी चाहिए। ये भी उनके श्रीकृष्ण अवतार के स्वरूप से जुड़ी हुई है। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- शादी में देर हो रही हो तो विष्णु जी को कामदा एकादशी पर हल्दी की गांठ चढ़ाएं।
- कामदा एकादशी का व्रत सदाचार के साथ करें। मान्यता है कि इससे श्री हरि की कृपा मिलती है।