Kanya Sankranti, 17 September 2022 Ka Rashifal: सूर्य आत्मा है। पिता है। शक्ति, सम्मान, पिता, उच्च पद, अधिकार, राजनीति व प्रशासन का कारक माना जाता है। सूर्य की राशि सिंह है और कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी व उत्तराषाढ़ा नक्षत्र सूर्य के अधीन माने जाते हैं। सूर्य मेष राशि में उच्च के और तुला राशि में नीच के माने जाते हैं। इसके अलावा रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है, और सप्तमी उनकी तिथि। 17 सितंबर से सूर्य का कन्या राशि में गोचर न केवल देश में बदलाव लाएगा बल्कि सभी राशियों के जातकों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं।
Aaj Ka Panchang, 17 September 2022
सूर्य के कन्या राशि में गोचर की समय अवधि (Kanya Sankranti Ka Samay)
सूर्य एक बार फिर 17 सितंबर 2022, शनिवार को अपनी ही राशि सिंह से कन्या राशि में गोचर करेगा, जो कि बुध की राशि है। सूर्य का कन्या राशि में यह गोचर सुबह 7:13 बजे होगा। सूर्य एक महीने तक इसी स्थिति में रहेगा और फिर 17 अक्टूबर को फिर तुला राशि में गोचर कर जाएगा जो कि शुक्र की राशि है।
Horoscope Today, 17 September 2022
राहु-सूर्य मिलकर बना रहे हैं षडाष्टक योग (Kanya Sankranti 2022 Ka Rashifal)
जब सूर्य कन्या राशि में गोचर करेगा, तब मेष राशि में मौजूद राहु के साथ षडाष्टक योग बनेगा। वैदिक ज्योतिष में षडाष्टक योग को दो ग्रहों के योग से बनने वाले सबसे अशुभ योगों में गिना जाता है। इस योग के दौरान छठे और आठवें भाव से कोई दो ग्रह एक दूसरे से मौजूद होते हैं। यह योग बहुत बेहतर नहीं होता है। राहु और सूर्य के बीच इस संबंध के कारण प्राकृतिक घटना, बाढ़, भूकंप, चक्रवात या आगजनी जैसी प्राकृतिक आपदा की स्थिति भी बन सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई बड़े देशों के बीच तनाव रहेगा। व्यवसाय प्रभावित होगा। फिल्मों को लेकर जनता में विवाद हो सकता है। स्वर्ण का दाम घटना चाहिए। शेयर बाजार प्रभावित होगा। राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष तेज होगा। कुछ राज्यों में सत्ता परिवर्तित हो सकती है।
आम जनमानस क्या करें? (Kanya Sankranti Par Upay)
इस योग से बचने के लिए सूर्य उपासना बढ़ाइए व राहु के द्रव्यों का दान कीजिये। श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का पाठ करें। गायत्री मंत्र का जप करें। बुधवार को उड़द का दान करें। किसी निर्जन स्थान पर पीपल का वृक्ष लगाएं व शिव मंदिर परिसर में बेल का पेड़ लगाएं। भैरो उपासना बहुत लाभ देगा।