- तीज पर खुद से बड़ी उम्र की महिलाओं को देनी चाहिए सुहाग की थाली
- सुहाग की थाली में बिछुए और दक्षिणा जरूर रखें
- देवी पूजा में सुहाग की थाली को रखें और बाद में इसे सास को भेंट करें
हरियाली तीज सुहागिनों का महत्वपूर्ण त्योहार होता है। इस दिन सुहागिनें अपने अखंड सुहाग के लिए निर्जला व्रत रखकर देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस पूजा में अपने से बड़ी उम्र की सुहागिन महिलाओं जैसे सास या जेठानी को सुहाग की थाली भेंट कर उनका आशीर्वाद पाती हैं। इस दिन देवी की पूजा के साथ बड़े लोगों का आशीर्वाद भी बहुत मायने रखता है। इसलिए सास के सुहाग की थाली सजाते हुए सावधानी बरतने के साथ उसमें सभी चीजों को होना भी जरूरी होता है। सुहाग की थाली देखन कर यदि सास प्रसन्न हो जाए तो उसका आशीर्वाद और शाबाशी आपको जरूर मिलेगी। तो अपनी सास को सुहाग की थाली सजाने के टिप्स आप यहां से ले सकती हैं।
हरियाली तीज पर सास की थाली सजाने की विधि जानें
- हरियाली तीज पर सास की थाली की सजावाट पर विशेष ध्यान दें। थाली को गोटे और बीट्स से सजा कर तैयार कर लें। चाहे तो आप बाजार से भी सजावटी थाली ले सकती हैं।
- तीज पर स्टील, चांदी या पीतल की थाली का प्रयोग करना चाहिए।
- हरियाली तीज पर हरे रंग को बहुत शुभ माना गया है, इसलिए सुहाग की थाली में हरी चूड़ियां, बिंदी और साड़ी जरूर रखें।
- हरियाली तीज में भले ही हरे रंग की प्रधानता होनी चाहिए लेकिन लाल चुनरी सुहाग की थाली में जरूश्र होनी चाहिए। लाल चुनरी रखने के बाद थाली में सुहाग और श्रृंगार की सामग्री रखें। चांदी के बिछुए थाली में जरूर होने चाहिए।
- श्रृंगार के सामान में आप आलता, नेलपॉलिश, बिंदी, चूड़ियां, बिंदी, कंघी, रुमाल, इत्र, सिंदूर, कुमकुम और मेहंदी आदि जरूर रखें।
- सुहाग की थाली तब तक पूरी नहीं मानी जाती जब तक इसमें दक्षिणा न रखा जाएं।
- सुहाग की थाली को पूजा के समय देवी पार्वती के सामने रखें और इसके बाद अपनी सास भेंट दें।
- सास को थाली देने के बाद उनके पैर छुकर आर्शीवाद लें।
हरियाली तीज पर सास के साथ खुद के लिए भी थाली तैयार करें और इस सुहाग की सामग्री का प्रयोग आप खुद करें किसी और को न दें।