- रक्षाबंधन का त्योहार सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
- भाई की कलाई पर राखी बांधकर बहनें उनसे रक्षा का वचन लेती हैं।
- राखी का पर्व मनाने से पहले भगवान गणेश की पूजा करें।
Raksha Bandhan Mantra in Hindi : सावन मास की पूर्णिमा तिथि को हर साल रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस बार ये पर्व आज यानी रविवार के दिन है। राखी का त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। इस दिन बहनें भाई की कलाई में रक्षासूत्र बांधकर उनकी उन्नति की कामना करती हैं। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक अगर इस दौरान खास मंत्र पढ़ा जाए तो इसका प्रभाव ज्यादा पड़ता है। तो कौन-से हैं वो मंत्र जिन्हें राखी बांधने और तिलक के दौरान पढ़ना चाहिए, आइए जानते हैं।
इन मंत्रों का करें जाप
राखी बांधते समय येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामनुबध्नाभि रक्षे मा चल मा चल।। मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे ईश्वर की कृपा प्राप्त होगी। वहीं तिलक लगाते समय ॐ चन्दनस्य महत्पुण्यं, पवित्रं पापनाशनम् । आपदां हरते नित्यम्, लक्ष्मीस्तिष्ठति सर्वदा ॥ मंत्र को पढ़ना चाहिए। इस दौरान भाई के मस्तक पर साबुत अक्षत यानी चावल भी लगाएं। ऐसा करने से भाई की तरक्की और रक्षा होगी।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
आज दो शुभ योग बन रहे हैं। पहला शोभन योग जो सुबह साढ़े दस बजे तक है और दूसरा धनिष्ठा नक्षत्र, जो आज शाम 07:40 बजे तक है। आज राखी का पर्व भद्रा रहित है। इसलिए आज सुबह 06:15 बजे से शाम को 05:31 बजे तक किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है। दोपहर में राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त 01:42 बजे से शाम 04:18 बजे तक है।
राखी मनाने की वजह
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी लक्ष्मी ने सबसे पहले राजा बलि को राखी बांधी थी. उन्होंने बलि को रक्षासूत्र बांधकर अपना भाई बना लिया और उनसे बतौर भेंट विष्णुजी को मांग लिया. भगवान विष्णु उनके महल में पहरेदार के रूप में कार्यरत थे। माना जाता है कि रक्षाबंधन की परंपरा तभी से शुरू हुई।
कैसे करें पूजा
रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें। इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर दिशा में अपना चेहरा कर बैठना चाहिए। पुरुषों और अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में रक्षासूत्र बांधना चाहिए। वहीं विवाहित स्त्रियों के लिए बाएं हाथ में राखी बांधने का विधान है। राखी बांधते समय बहनें लाल, गुलाबी, पीले या केसरिया रंग कपड़े पहने तो अच्छा होता है।