- रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा
- रक्षाबंधन के त्योहार के दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है
- रक्षाबंधन के त्योहार में बहन अपने भाई की कलाई में शुभ मुहूर्त में रक्षा सूत्र यानी राखी बांधती हैं
Rakshabandhan Tips For Brothers Long Life: रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। हिंदू धर्म में रक्षाबंधन त्योहार का विशेष महत्व है। रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के त्योहार के दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है, जबकि भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देता है। रक्षाबंधन के त्योहार में बहन अपने भाई की कलाई में शुभ मुहूर्त में रक्षा सूत्र यानी राखी बांधती हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन के दिन भाई की लंबी उम्र के लिए कैसे पूजा करें।
अपने हाथों से बहन बनाएं भाई के लिए खाना
रक्षाबंधन के त्योहार के दिन बहनें अपने हाथों से भाई के लिए खाना बनाएं और भाई को भी अपने बहन के हाथों का खाना खाना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन के दिन ऐसा करना शुभ माना जाता है।
भगवान गणेश को रखें ये चीजें अर्पित
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन के पावन त्योहार के दिन बहनें भगवान गणेश जी को दूब, चंदन, बेलपत्र व राखी अर्पित करें ताकि भाई का क्रोध और स्वभाव अच्छा हो सके।
भगवान शिव व सूर्यदेव को चढ़ाएं जल
रक्षाबंधन के दिन हर बहनों को भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए व सूर्यदेव को भी जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भाई बहन के रिश्ते में मजबूती बनती है और भाई हर मुसीबतों से छुटकारा पाता है।
शुभ मुहूर्त में बांधे राखी
रक्षाबंधन के दिन बहनें शुभ मुहूर्त में ही भाइयों के कलाई में राखी बांधे। इसके अलावा भद्राकाल में कभी भी भाई के हाथों में राखी न बांधे। भद्राकाल को अशुभ मुहूर्त बताया गया है। ऐसे में इस मुहूर्त में पूजा भी नहीं करनी चाहिए और न ही राखी बांधनी चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं होता है। ऐसा करने से भाई को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)