- सावन सोमवारी व्रत में रहें फलाहार
- सावन सोमवार व्रत में सादे नमक का प्रयोग होता है वर्जित
- पूरे सावन माह मांसाहार भोजन और लहसुन-प्याज का करें त्याग
Sawan 2022 Somwari Vrat Food: हिंदू धर्म में सभी माह में सावन माह का विशेष महत्व होता है। सावन शिवजी का प्रिय माह होता है। इसलिए इस पूरे महीने शिवभक्त श्रद्धा और भक्ति से शिवजी की पूजा-अराधना करते हैं और व्रत रखते हैं। सावन में व्रत रखने के अलग-अलग नियम होते हैं। कुछ लोग पूरे माह व्रत रखते हैं। इस दौरान वे सेंधा नमक से बने भोजन खाते हैं या फिर फलाहार रहते हैं। वहीं कुछ भक्त सावन माह में पड़ने वाली सोमावरी के दिन व्रत रखते हैं। इस लेख में जानते हैं सावन सोमवार व्रत के दौरान किन चीजों को खा सकते हैं।
सावन सोमवार व्रत में खाएं ये चीजें
सावन माह में खूब वर्षा होती है इसलिए भी इस महीने खान-पान का विशेष ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। क्योंकि बारिश के मौसम में सेहत बिगड़ने की ज्यादा संभावना होती है। सावन सोमावर व्रत के नियमानुसार आप सावन सोमवारी व्रत में सात्विक भोजन ग्रहण कर सकते हैं जोकि सेंधा नमक से तैयार किया गया हो। अगर आप फलाहार रहते हैं मौसमी फलों का सेवन कर सकते हैं। व्रत में सेब, केला, अनार, नाशपाती जैसे फलों को खाया जा सकता है। व्रत में जूस, दूध और ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं। लेकिन व्रत में खट्टी चीजों का सेवन न करें।
Also Read: Hariyali Amavasya 2022: कब है हरियाली अमावस्या, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
व्रत में भूलकर भी न खाएं ये चीजें
सावन सोमवार का व्रत निर्जला नहीं होता। यानी आप इसमें फलाहार या सेंधा नमक युक्त भोजन खा सकते हैं। लेकिन व्रत में बार-बार भोजन या फल न खाएं। व्रत में लहसुन,प्यार, सादा नमक (सफेद नमक), धनिया पाउडर और मिर्च का सेवन भी नहीं करना चाहिए। वहीं पूरे सावन माह मांसाहार भोजन और मदिरा का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
सावन सोमवार व्रत की तिथियां
पहला सावन- 18 जुलाई 2022
दूसरा सावन- 25 जुलाई 2022
तीसरा सावन- 01 अगस्त 2022
चौथा सावन- 08 अगस्त 2022
Also Read:Sawan Month 2022: सावन माह में जलाभिषेक का महत्व, जानें कितने तरीके से कर सकते हैं शिवलिंग पर अभिषेक
इस बार सावन माह में कुल चार सोमवार पड़ेंगे, जिसमें सावन सोमवारी का व्रत रखा जाएगा। सावन सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)