- सावन माह में भगवान शिव के साथ विष्णुजी की पूजा का महत्व
- सावन में करें पूरे शिव परिवार की पूजा
- धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद फलदायी माना जाता है सावन मास
Sawan 2022 Lord Shiva Puja Vidhi Importance: सावन का महीना भगवान शिवजी की पूजा के लिए समर्पित होता है। यही कारण है कि सावन महीने में शिव मंदिरों और शिवालयों में भक्तों की खूब भीड़ देखी जाती है। धार्मिक मान्यता है कि सावन महीने में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसलिए इस माह में भोलेनाथ की पूजा का महत्व अधिक बढ़ जाता है। लेकिन सावन माह में सिर्फ भोलेनाथ ही नहीं बल्कि अन्य कई देवी-देवताओं के पूजा का भी महत्व है। इस माह में भगवान भोलेनाथ के साथ ही श्रीहरि विष्णु और गणेशजी समेत कई देवताओं की पूजा करने का विधान है। जानते हैं सावन माह में शिवजी के साथ किन देवी-देवताओं की पूजा-अराधना का है विधान।
सावन माह में शिवजी के साथ करें इनकी भी पूजा
सावन माह में शिवजी की पूजा करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। इस पूरे माह श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान शिव की पूजा की जाती है और व्रत रखे जाते हैं। लेकिन सावन माह में शिवजी के साथ पूरे शिव परिवार की पूजा करने की मान्यता है। इसलिए सावन में शिवजी के साथ माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय, नंदी और नाग देवता की पूजा करना बिल्कुल भी न भूलें। साथ ही सावन माह में भगवान विष्णु की भी पूजा जरूर करें।
सावन में भगवान विष्णु की इन मंत्रों के साथ करें पूजा
सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के साथ भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। शास्त्रों में भगवान विष्णु को जगत का पालनकर्ता कहा गया है। सावन माह में पड़ने वाले प्रत्येक बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है। यदि कुंवारी कन्याओं के विवाह में बाधाएं आ रही है तो इसके लिए इस माह " ॐ अच्युताय नम:, ॐ अनन्ताय, नम:, ॐ गोविन्दाय नम:" मंत्रों का जाप करना चाहिए।
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'हरिहर' का रूप है सावन महीना
सावन महीने को हरिहर का रूप माना जाता है। हरि यानी विष्णु और हर यानी शिव। इसलिए सावन का महीना भगवान शिव और भगवान विष्णु दोनों की पूजा के लिए उपयुक्त है। शास्त्रों के अनुसार, सावन मास का देव शुक्र है। इसलिए सावन में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु के श्रीधर रूप की भी पूजा की जाती है। सावन मास का देव शुक्र होने के कारण इस महीने में भगवान शिव, भगवान विष्णु और शुक्र देव की भी पूजा की जाती है। इससे दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)