- धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद खास है सावन की सोमवारी
- सावन के तीसरे सोमवारी के दिन बन रहे कई शुभ संयोग
- सावन के तीसरी सोमवारी के दिन है विनायक चतुर्थी
Sawan Third Somvar Lord Shiva Puja: सावन महीने का तीसरा सोमवार 1 अगस्त 2022 को है। इस दिन सावन की तीसरी सोमवारी का व्रत रखा जाएगा। वहीं इसके बाद आखिरी सावन सोमवारी 08 अगस्त को पड़ेगी और 12 अगस्त को सावन का महीना समाप्त हो जाएगा। इसके बाद भाद्रपद माह की शुरुआत हो जाएगी। सावन माह में इस साल कुल चार सोमवारी पड़ रही है, जोकि धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद खास बताई जा रही है। सावन की तीसरी सोमवारी के दिन भगवान शिवजी के तीन स्वरूपों नीलकंठ, नटराज और मृत्युंजय की पूजा-अराधना की जाती है और व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से शिवभक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सावन की तीसरी सोमवारी 1 अगस्त को पड़ रही है और इस दिन पूजा-अर्चना करने का विशेष संयोग बन रहा है।
शुभ मुहूर्त व शुभ संयोग में करें सावन सोमवारी की पूजा
सावन सोमवार शुभ संयोग
शुक्ल पक्ष- सावन का तीसरा सोमवार शुक्ल पक्ष का तीसरा सोमवार है
रवि योग- सुबह 5:30 से 06:53 तक
आयुष्मान योग- दोपहर 03:31 तक
सौभाग्य योग- दोपहर 03:32 से अगले दिन तक
Also Read: Janmashtami 2022: जानिए कृष्ण जन्माष्टमी के दिन क्यों श्री कृष्ण को लगता है धनिया की पंजीरी का भोग
सावन सोमवार शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:37 से 12:29 तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:14 से 12:29 तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06:23 से 06:47 तक
संध्या मुहूर्त-06:36-07:42 तक
अमृतकाल मुहूर्त- शाम 06:55 से 08:20 तक
Also Read: Sawan 2022: सावन माह में जरूर करें शिव तांडव स्त्रोत का पाठ, प्रसन्न होंगे भोलेनाथ, बढ़ेगा आत्मबल
इसलिए भी खास है सावन की तीसरी सोमवारी
अगस्त माह की शुरुआत यानी 1 अगस्त के दिन सावन की तीसरी सोमवारी का व्रत रखा जाएगा और पूजा की जाएगी। यह दिन कई मायनों में खास बताई जा रही है। माह के शुरुआत में ही भक्तों को शिवजी का आशीर्वाद प्राप्त होगा। तीसरी सोमवार के दिन पूजा अर्चना करना इसलिए भी शुभ है क्योंकि इसी दिन भगवान शिव की आराधना के साथ-साथ उनके पुत्र श्रीगणेश जी की भी पूजा की जाएगी। 1 अगस्त को सावन के तीसरे सोमवार के साथ इस दिन सावन विनायक चतुर्थी पड़ रही है। ऐसे में पूजा पाठ के लिए अगस्त महीने का पहला दिन धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद शुभ है। इस दिन पूजा व्रत करने से आपको शिवजी और भगवान गणेश दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)