कई बार जीवन में दुश्मनों की संख्या बेवजह ही बढ़ती जाती हो दुश्मनों के षड्यंत्र और चाल से कई बार बना बनाया काम बिगड़ जाता है और जीवन पर भी संकट बना रहता है। ज्योतिष में अनेक ऐसे मंत्र और उपाय बहुत ही कारगर हैं जो दुश्मनों से मुक्ति और उनको परास्त करने में बहुत कारगर है। यदि दुश्मन के कृत्य से आपके जीवन पर संकट बना हो तो आपको कुछ मंत्र के जाप करने चाहिए।
ये मंत्र आपके दुश्मन के सारे दांव को खत्म कर देगा, लेकिन ये उपाय तभी करें जब दुश्मन के कर्म से आप आजिज आ गए हों। साथ ही ये उपाय तभी काम करेगा जब खुद के बचाव के लिए ये उपाय करेंगे। किसी दुर्भावना से किया गया ये मंत्र खुद पर भारी पड़ सकता है। ध्यान रखें कि आप इस मंत्र का प्रयोग अपने शत्रु पर तभी करें जब आपका शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहा हो। और आप लोगों की कोई भी गलती ना हो।
जानें, मंत्र और प्रयोग विधि
“ऊं ह्रीं क्लीं भैरवी मातांगी त्रिलोक्य वशमान्य स्वाहा”।
ये मंत्र दुश्मनों के नाश के लिए बहुत ही कारगर है। साथ ही इस मंत्र के जान के नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए।
1. दुश्मनों को परास्त करने के लिए मंत्र का जाप शनिवार के दिन शुरू करना चाहिए। इस मंत्र का 11000 बार जाप करके इसे सिद्ध कर लेना जरूरी है।
2. जब आप इस मंत्र का जप सिद्ध कर रहे हों तो अपने सामने घी का एक दीपक जला लें और इस दीपक में दो लौंग और दो इलायची भी डाल दें।
3. ध्यान रखें कि मंत्र का जप करते समय दीपक बूझना नहीं चाहिए।
4. जब आपको इस मंत्र की सिद्धि प्राप्त हो जाए तो आप इस मंत्र का 21 बार जप करें और जब आप 21 बार जप करें तो अपने शत्रु का नाम भी मंत्र के साथ लेते जाएं।
5. जब मंत्र का जाप कर रहे हों तो वह किसी भी प्रकार से खंडित नहीं होना चाहिए। न ही बीच में कोई अवरोध आना चाहिए। मंत्र का जाप एकांत में करें।
दुश्मनों को परास्त करने के लिए ये तांत्रिक मंत्र बहुत ही कारगर होता है।