नई दिल्ली: देशभर में जन्माष्टमी का त्यौहार 23 अगस्त यानी शुक्रवार को मनाया जा रहा है। लेकिन इस्कॉन के मंदिरों में यह पर्व 24 अगस्त को मनाया जाएगा। गौर हो कि जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्म का महापर्व है जिसे सनातन धर्म के लोग धूमधाम और बड़ी श्रद्धा के साथ मनाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म इसी दिन हुआ था। मथुरा और वृंदावन के श्रीकृष्ण मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ है। खासकर सुबह से ही बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है जो देर रात से ही दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। इस बीच 2020 में जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनाई जाएगी।
बांके बिहारी मंदिर के सेवायत पुजारी अशोक गोस्वामी के मुताबिक वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में 23 अगस्त की रात 12 बजे गर्भगृह में ठाकुर जी का महाभिषेक किया जाएगा। रात एक बज कर 55 मिनट पर मंगला आरती की जाएगी। मंदिर में यह पर्व मनाने को लेकर भव्य तैयारियां की गई है और देर रात से ही यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।
पंडित सुजीत जी महाराज के मुताबिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी 23 अगस्त को है। अष्टमी 23 अगस्त को प्रातः 08 बजकर 10 मिनट पर प्रारंभ होकर पूरी रात्रि रहेगी तथा 24 को प्रातः 08 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी। कृष्ण का जन्म अष्टमी की रात्रि 12 बजे हुआ था।इस दृष्टिकोण से जमाष्टमी 23 अगस्त को मनाई जानी चाहिए।