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Surya Grahan in 2022: जानें साल 2022 में कब लगेगा दूसरा सूर्य ग्रहण, क्या भारत में मान्य होगा सूतक काल

Updated Jul 01, 2022 | 13:14 IST

Solar Eclipse 2022 Date in October, Surya Grahan 2022 mein kab hai: सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। धार्मिक दृष्टिकोण से किसी भी ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता। इस बार यह सूर्य ग्रहण भारत में कुछ जगहों पर देखा जा सकेगा। इसलिए इस सूर्य ग्रहण में धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होगें।

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भारत में दूसरा सूर्य ग्रहण कब है 2022 में
मुख्य बातें
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है 
  • हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है
  • जानें भारत में 2022 में लगने वाले दूसरे सूर्य ग्रहण की तारीख और सूतक काल

Solar Eclipse 2022 Date in October: साल 2022 में भारत में दूसरा सूर्य ग्रहण लगने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार यह सूर्य ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों पर देखा जा सकेगा। इसलिए इस ग्रहण में धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होंगे। आपको बता दें दूसरा सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। खगोल शास्त्र के अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण की स्थिति तब बनती है, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और उसकी वजह से सूर्य का कुछ हिस्सा पृथ्वी पर नजर नहीं आता है। 

हिंदू शास्त्र के अनुसार ग्रहण में पूजा पाठ करना वर्जित होता है। स्नान करने के पश्चात ही भगवान की पूजा की जा सकती है। सूर्य ग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आंखों की रोशनी जा सकती है। तो आइए भारत में दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगेगा जान लें।

Surya Grahan in October 2022 Date in India

हिंदू पंचांग के अनुसार भारत में दूसरा सूर्य 25 अक्टूबर को लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण यूरोप,अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरपूर्वी भाग,एशिया के दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक में देखने के अलावा भारत के कुछ जगहों पर भी दिखाई देगा। इसलिए पंडित के अनुसार इस बार सूर्य ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होगा।

भारत में दूसरा सूर्य लगने का समय

  • सूर्य ग्रहण प्रारंभ- 25 अक्टूबर, शाम 16:29:10 से
  • सूर्य ग्रहण समाप्त- 25 अक्टूबर, शाम 17:42:01 पर


Surya Grahan in October 2022 : कहां -कहां दिखाई देगा सूर्य  ग्रहण

इस बार दूसरा  सूर्य  ग्रहण यूरोप,अफ्रीका महाद्वीप का उत्तरपूर्वी भाग,एशिया का दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक के अलावा भारत में कुछ जगहों पर भी देखा जा सकेगा। इसलिए भारत में इस बार सूतक काल मान्य होगा। आपको बता दें हिंदू धर्म में सूतक काल में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करने मना होता हैं। ज्योतिष के अनुसार सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है।

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