- सावन में शिवजी को बेलपत्र, धतूरा और भांग जरूर चढ़ाएं
- यथा संभव ऊं नम: शिवाय का जाप करते रहना चाहिए
- शिवजी को तुलसी, हल्दी और केतकी के फूल न चढ़ाएं
सावन में शिवजी की पूजा के लिए भक्त हर संभव प्रयास करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें यह नहीं पता होता है कि सावन में कुछ चीजें निषेध हैं। इसे करने से शिवजी का कृपा पात्र नहीं बना जा सकता है। वहीं कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें करने से भोले भंडारी की पूजा का पूरा पुण्य लाभ मिलता है। पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में सावन माह में किए और नहीं किए जाने वाले कामों के बारे में भी जानकारी मिलती है। सावन में किसी भी तरह की भूल से बचने के लिए आपको पहले ही यह जान लेना चाहिए कि सावन महीने में क्या-क्या चीजें निषेध हैं और किन चीजों को करना अच्छा माना गया है।
सावन मास के शासक भगवान शिव हैं और यही कारण है कि पूरे माह उनके भक्त उनकी विशेष पूजा और आराधना करते हैं। सावन में कई बार उनके भक्त पूरे माह उपवास का पालन करते हैं, वहीं कुछ भक्त सावन के हर सोमवार को शिवजी के लिए व्रत रखते हैं। अपनी श्रद्धा और सामार्थ्य के अनुसार सावन में हर कोई पूजा-पाठ करता है।
What to do and what not to do in Sawan: सावन में क्या करें और क्या नहीं
सावन में क्या करें (Things to do in Sawan)
- भगवान शिव को धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर अर्पित करें।
- घर में अंगूठे के पोर के बराबर मिट्टी के शिवलिंग को बनाएं और उनकी पूजा करें।
- सावन में दूध और दूध से बनी चीजों का दान करें।
- भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की पूजा भी करें और शाम को आरती जरूर करें।
- सावन भर जब समय मिले ‘ऊ नमः शिवाय’ मंत्र का उच्चारण करते रहें।
सावन में क्या न करें (Things not to do in Sawan)
- सावन मास में मांस-मदिरा व प्याज और लहसुन का त्याग कर दें।
- सावन में पुरुषों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए।
- सावन मास में कभी भी शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए।
- कांसे के बर्तन में भोजन करने से बचना चाहिए।
- शिवजी की पूजा पर हल्दी, केतकी का फूल और तुलसी अर्पित नहीं करना चाहिए।
- सावन के महीने में दिन के समय नहीं सोना चाहिए और बिस्तर का त्याग करना चाहिए।
सावन के महीने में इन बातों का ध्यान रख कर आप शिवजी की कृपा के पात्र बन सकते हैं।