- सनातन धर्म में सर्वप्रथम पूजनीय हैं भगवान गणेश, बिना भगवान गणेश की पूजा के कोई मंगल कार्य शुरू नहीं होता
- अपने भक्तों की सभी विपत्तियां दूर करते हैं गणपति बप्पा, उनकी पूजा है मानी जाती है कल्याणकारी
- अपने भक्तों के प्रति बेहद श्रद्धालु माने जाते हैं भगवान गणेश, उन्हें प्रसन्न करने के लिए मोदक के लड्डू और कई चीजें अर्पित की जाती है
पार्वती पुत्र भगवान श्री गणेश सनातन धर्म में प्रमुख देवता माने गए हैं। भगवान श्री गणेश को सर्वप्रथम पूजनीय देवता की उपाधि दी गई है। इन्हें एकदंत, गजानन, लंबोदर विनायक, विघ्नहर्ता, गणपति समेत कई नामों से पुकारा जाता है। भगवान श्री गणेश की पूजा करना अत्यंत लाभदायक होता है। कहा जाता है कि जो भक्त भगवान गणेश की पूजा करता है उसके सारे संकट दूर हो जाते हैं तथा उसका जीवन सुखमय हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री गणेश अपने भक्तों के प्रति बेहद श्रद्धालु होते हैं। गणपति बप्पा को प्रसन्न करना अत्यंत कल्याणकारी माना गया है, कहा जाता है कि जो भी भगवान गणेश की पूजा करता है उसकी सारी विपत्तियां दूर हो जाती हैं। सनातन धर्म के अनुसार, चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश को समर्पित है, इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा के साथ उनको लड्डू, दुर्वा, फूल, केला और सिंदूर जरूर चढ़ाना चाहिए।