Top 10 Best Shiv Bhajans By Gulshan Kumar: भगवान शिव सबसे सरल और सादगी से भरे हुए हैं। वे जितने शक्तिशाली हैं उतने ही वह मन के भोले भी हैं। यही कारण है कि उनका नाम भोले भी है। भोले को उनके भजन से भी आसानी से रिझाया जा सकता है। भगवान शिव को अड़भंगी कहा जाता है क्योंकि वह नियम, कायदे और ताम-झाम जैसी दिखावटी चीजों से दूर, सादगी पसंद हैं। उनके भक्त भी उनकी ही तरह सादगी वाले होने चाहिए।
मन, दिल और दिमाग से सरल लोगों की भक्ति भगवान शिव को तुरंत स्वीकार्य होती है। भगवान शिव की आरती और भजन करने मात्र से आप उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। सोमवार को शिव जी का भजन और आरती सुनने से मन को अद्भुत शांति का एहसास होता है। इसलिये आज हम आपके लिये गुलशन कुमार की आवाज में शिव के भजन लेकर आए हैं। आइये सुनते हैं...
शिवजी की आरती (Shri Shiv Ji Ki Aarti in Hindi)
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं |
सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि ॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा |
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
एकानन चतुरानन पंचांनन राजे |
हंसासंन ,गरुड़ासन ,वृषवाहन साजे॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
दो भुज चारु चतुर्भज दस भुज अति सोहें |
तीनों रुप निरखता त्रिभुवन जन मोहें॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
अक्षमाला ,बनमाला ,रुण्ड़मालाधारी |
चंदन , मृदमग सोहें, भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
श्वेताम्बर,पीताम्बर, बाघाम्बर अंगें
सनकादिक, ब्रम्हादिक ,भूतादिक संगें
ॐ जय शिव ओंकारा......
कर के मध्य कमड़ंल चक्र ,त्रिशूल धरता |
जगकर्ता, जगभर्ता, जगसंहारकर्ता ॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका |
प्रवणाक्षर मध्यें ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रम्हचारी |
नित उठी भोग लगावत महिमा अति भारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावें |
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावें ॥
ॐ जय शिव ओंकारा.....
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा......
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