- वास्तुशास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा घड़ी लगाने के लिए शुभ नहीं माना जाता है
- पूर्व दिशा में घड़ी लगाने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है
- गोला और चकोर घड़ी लगाने से घर में सुख शांति आती है
हम घर में अक्सर घड़ी का इस्तेमाल सिर्फ समय देखने में करते है। क्या आपको पता है कि वास्तुशास्त्र के अनुसार इन्हें सिर्फ समय देखने वाली घड़ी नहीं मानी जाती है, बल्कि इसे समय को मजबूत बनाने वाला यंत्र भी माना जाता है। ऐसे में यदि आप घर में वास्तुशास्त्र के अनुसार घड़ी लगाएं, तो आप अपनी किस्मत को चमका सकते है। आपका घर हमेशा नकारात्मक शक्तियों से दूर रह सकता है। तो आइए जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार किस दिशा में घड़ी लगाने से बदल सकती है किस्मत।
वास्तुशास्त्र के अनुसार 6 बातों का रखें ख्याल
1. वास्तुशास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में घड़ी लगाने से परिवार के मुख्य सदस्य के सेहत पर खराब असर पड़ता है। दक्षिण दिशा ठहराव का दिशा माना जाता है इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में कभी ना लगाएं घड़ी।
2. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार के ठीक ऊपर घड़ी को कभी ना लगाएं। ऐसा करने से उसके नीचे से गुजरने वाले व्यक्ति पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है।
3. वास्तुशास्त्र के अनुसार घड़ी लगाने की सबसे अच्छी दिशा पूर्व दिशा मानी जाती है। पूर्व दिशा में घड़ी लगाने से माता लक्ष्मी का घर में आगमन बना रहता है। अगर आपके घर में पूर्व दिशा में जगह नहीं हो, तो घड़ी को दक्षिण दिशा में लगाएं। इस दिशा में भी घड़ी को लगाने से हमारे मन में सकारात्मक विचार आते है।
4. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में पेंडुलम वाली घड़ी ज्यादा शुभ मानी जाती है। इसे लगाने से घर में रहने वाले लोगों की हमेशा तरक्की होती रहती हैं। इस घड़ी को हमेशा पश्चिम दिशा में लगाएं।
5. वास्तुशास्त्र के अनुसार बंद घड़ी को घर में बिल्कुल ना रखें। इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का बास बना रहता है।
6. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में काला, नीला और केसरिया रंग की घड़ी कभी ना लगाएं। घड़ी हमेशा चौकोर या गोले आकार की ही लगाएं। इसे सुख का संकेत माना जाता है। ऐसी घड़ी घर में लगाने से सुख शांति के साथ घरवालों की तरक्की होती है।