- गुप्त नवरात्रि के 9 दिनों में दुर्गा पाठ या दुर्गा सप्तशती पाठ जरूर करना चाहिए।
- पूजा करते समय मां दुर्गा की पसंदीदा चीज करें अर्पित।
- इन नौ दिनों में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और घर में शांति बनाकर रखनी चाहिए।
इस वर्ष 12 फरवरी से माघ मास की गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो रही है। इन नौ दिनों में मां आदिशक्ति की पूजा विधिवत तरीके से की जाती है। कहा जाता है कि इन नौ दिनों में महाविद्याओं की उपासना करना बेहद लाभदायक होता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में इसका उल्लेख मिलता है कि गुप्त नवरात्रि में तंत्र विद्याएं सिद्ध की जाती हैं। इन नौ दिनों में रात्रि जागरण किया जाता है और मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा और हवन करवाया जाता है। तांत्रिक और अघोरियों के लिए गुप्त नवरात्रि विशेष मानी जाती है लेकिन आम लोगों को गुप्त नवरात्रि के बारे में जानकारी नहीं होती है और ना ही वह इन नवरात्रि में व्रत रखते हैं। जानकार यह बताते हैं कि इन नौ दिनों में भले ही व्रत ना रखें लेकिन कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। कहा जाता है कि कुछ कार्य करने से मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं वहीं कुछ कार्य करने से मां दुर्गा अपनी कृपा दृष्टि बरसाना बंद कर देती हैं।
यहां जानिए, गुप्त नवरात्रि में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
गुप्त नवरात्रि में करें ये काम
दुर्गा सप्तशती का करें पाठ
मान्यताओं के अनुसार यह कहा गया है कि गुप्त नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करना चाहिए। यह पाठ करने से मां दुर्गा भक्तों को वरदान देती हैं और शक्ति प्रदान करती हैं।
लौंग और मखाने की माला करें अर्पित
गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को लौंग और मखाने की माला जरूर अर्पित करनी चाहिए। हिंदू धर्म शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि लौंग और मखाने की माला मां दुर्गा को बहुत पसंद है। अगर आप भी मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो लौंग और मखाने की माला मां दुर्गा को जरूर अर्पित करें।
गुप्त नवरात्रि में ना करें ये काम
-स्टील के बर्तन में ना करें मां की पूजा: कभी भी मां दुर्गा की पूजा स्टील के बर्तनों में नहीं करनी चाहिए। हिंदू धर्म शास्त्रों में इसे वर्जित माना गया है।
- शारीरिक संबंध ना बनाएं: अगर आप गुप्त नवरात्रि में व्रत रख रहे हैं और सभी नियमों का पालन कर रहे हैं तो इन नौ दिनों में आपको ब्रम्हचर्य का भी पालन जरूर करना चाहिए। इन नौ दिनों में अपने पति या पत्नी या किसी भी स्त्री या पुरुष से शारीरिक संबंध ना बनाएं।
मां दुर्गा के यह 32 नाम हर एक बाधाओं को करते हैं दूर
दुर्गा दुर्गार्ति शमनी दुर्गापद्विनिवारिणी
दुर्गामच्छेदिनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी
दुर्गम ज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला
दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमवीद्या दुर्गमाश्रिता
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी
दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी
दुर्गमासुरसंहन्त्री दुर्गमायुधधारिणी
दुर्गमाड़्गी दुर्गमाता दुर्गम्या दुर्गमेश्र्वरी
दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्लभा दुर्गधारिणी