- बुध व शनि के बीज मंत्र का करें जप।
- शनिवार व श्राद्ध की एकादशी पर रहें व्रत।
- बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का है दिवस।
16 October 2021 ka Panchang: आज आश्विन माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तथा धनिष्ठा नक्षत्र है। आज भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ हनुमान जी की पूजा भी करें। शनिवार व श्राद्ध की एकादशी का व्रत रहें। दान पुण्य करें। आज उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है। आज बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का दिवस है।
प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 16 अक्टूबर 2021 (Today Panchang)
दिनांक | 16 अक्टूबर 2021 |
दिवस | शनिवार |
माह | आश्विन, शुक्ल पक्ष |
तिथि | एकादशी |
सूर्योदय | 06:26 am |
सूर्यास्त | 05:45 pm |
नक्षत्र | धनिष्ठा |
सूर्य राशि | कन्या |
चन्द्र राशि | कुम्भ |
करण | विष्टि |
योग | गण्ड |
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:58 am से 12:54 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:45 pm से 03:38 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 07:05 pm से 07:29 pm तक |
आज राहुकाल-प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। इस समय अंतराल में कोई भी नया शुभ काम करने से बचना चाहिए।