- जातक भगवान शिव के साथ माता दुर्गा की उपासना करें।
- शनिवार को उड़द दान का बहुत महत्व है।
- इस दिन बजरंगबाण का पाठ अवश्य करें।
25 September 2021 ka Panchang: 25 सितंबर को आश्विन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है फिर 10:35 am के बाद पंचमी है। भरणीनक्षत्र है। पितृ पक्ष का चतुर्थ श्राद्ध दिवस है। भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें और शनिवार का व्रत रहें। दान पुण्य करें और उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है। आज बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का दिवस है।
प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 25 सितंबर 2021 (Today Panchang)
दिनांक | 25 सितंबर 2021 |
दिवस | शनिवार |
माह | आश्विन, कृष्ण पक्ष |
तिथि | चतुर्थी 10:35 am तक फिर पंचमी |
सूर्योदय | 06:14 am |
सूर्यास्त | 06:11 pm |
नक्षत्र | भरणी |
सूर्य राशि | कन्या |
चन्द्र राशि | मेष 06:15 pm तक फिर वृष |
करण | बालव 10:35 am तक फिर कौलव |
योग | हर्षण 02:44 pm तक फिर वज्र |
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:57 am से 12:25 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:44 pm से 03:37 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 07:12 pm से 07:25 pm तक |
आज राहुकाल प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। इस समय अंतराल में जीवन से जुड़ा कोई भी मंगल शुभ कार्य करने से बचें।