प्रदोष व्रत पापों को नष्ट करता है। यह व्रत अन्य पड़ने वाले व्रतों से कहीं ज्यादा शुभ एवं प्रभावशाली माना जाता है। इस बार प्रदोष व्रत आज यानि 22 जनवरी को पड़ा है। बुधवार को पड़न वाले प्रदोष व्रत को सौम्यवारा प्रदोष कहते हैं। मना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से हजारों पापों का नाश होता है और साथ ही मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यह व्रत जिस भी वार को पड़ता है, उसी अनुसार कथा पढ़ने से फल की प्राप्ति भी होती है। माना जाता है कि इस दिन शिव जी की पूजा शाम के समय करनी चाहिए। इस दौरान शिव मंदिर में जा कर प्रदोष मंत्र का जाप करने से शिव जी भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। जानिये इच्छा की पूर्ति के लिये शिव जी को किस चीज का अभिषेक करना चाहिये।
मनोकामनाओं की पूर्ति के लिये इन खास चीजों से करें शिव जी का अभिषेक
1. संतान प्राप्ति के लिए रुद्राभिषेक कराएं। इसके लिये दुग्ध या शहद से अभिषेक कराएं।
2. इस दिन संतान गोपाल का पाठ करें।
3. जो लोग रोग से परेशान हैं, वह महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। इससे उन्हें काफी लाभ होगा।
4. छात्र शिव मंदिर जाकर बेलपत्र और जलाभिषेक करें।
5. पवित्र नदी में स्नान कर भगवान शिव के सामने बैठकर श्री रामचरितमानस का पाठ करें।
प्रदोष व्रत की विधि : सुबह उठकर स्नान इत्यादि से निवित्र होकर शिव पूजा प्रारंभ कर देना चाहिए। पूजा स्थल को गंगा जल से धुलकर पहले पवित्र कर लें। पूजा स्थल पर ही एक मंडप बना लें और पांच रंगों से रंगोली बनाकर एक दीपक जला दें।
कुश का आसन हो तो सबसे अच्छा है। पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बैठ जाना चाहिए। भगवान शिव का पार्थिव बनाकर रुद्राभिषेक या जलाभिषेक करें। व्रत के दौरान फलाहार रहना है।