- शिशु के जीभ पर चांदी की कलम से ऊं लिखें
- शिशु को चांदी के चम्मच से खीर खिलाएं
- शिशु के हाथ से ब्राह्मण को वेदशास्त्र दान कराएं
मां सरस्वती का आशीर्वाद जिस पर होता है वह व्यक्ति जीवन में सबसे भाग्यशाली माना जाता है। ऐसे व्यक्ति के पास उसका ज्ञान ही उसका बल और धन होता है। ऐसे में जरूरी है कि मां सरस्वती की कृपा हर किसी पर हो। यदि आप भी अपने शिशु पर मां सरस्वती की कृपा चाहते हैं तो वसंत पंचमी के दिन कुछ विशेष उपाय जरूर करें। खास कर वह माता-पिता इस दिन शिशु का अन्न प्राशन जरूर कराएं जो छह महीने के हैं या होने वाले हैं।
वसंत पंचमी के दिन अन्न प्रशासन करने से मां सरस्वती की विशेष कृपा बच्चों को प्राप्त होती है। साथ ही इस दिन शिशु के हाथ से मां सरस्वती की पूजा कराएं। शिशु के हाथ से ऊं या श्री शब्द भी लिखवाना चाहिए। साथ ही कुछ अन्य उपाय भी कराएं, ताकि उस पर मां सरस्वती की कृपा बनी रहे।
शिशु को कुशाग्र बुद्धि का मालिक बनाएंगे वसंत पंचमी के दिन किए गए ये उपाय
बच्चे के जीभ पर लिखें ये शब्द
शिशु के जीभ पर बसंत पंचमी के दिन चांदी के कलम या अनार के कलम से ऐं या ऊं लिखें। इसे लिखने के लिए कलम को पहले शहद में डुबों लें फिर उसे जीभ पर चलाएं। इसके बाद शिशु के साथ सरस्वती पूजा करें। ऐसा करने से बच्चे का बौद्धिक विकास होगा और वह बुद्धिमान बनेगा।
चांदी के चम्मच से खीर खिलाएं
दूध पीते बच्चे को वसंत पंचमी के दिन नए कपड़े पहनाएं और उसे लाल आसन पर बिठा कर सरस्वती पूजा करें और प्रसाद में चढ़ी खीर को चांदी के चम्मच से उसे खिलाएं। ऐसा करने से उसपर मां सरस्वती का विशेष अशीर्वाद हरता है।
अन्न प्राशन कराएं
इस दिन बच्चे को अन्न प्राशन करना बेहद शुभ होता है। वसंत पंचमी के दिन अन्न प्रशासन से शिशु को कुशाग्र बुद्धि मिलती है। ऐसा करने से बच्चें अपने हर कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और परिवार का नाम रौशन करेंगे।
चाक पूजन कराएं
इस दिन शिशु के हाथ से चाक और काले रंग की पट्टी की पूजा करानी चाहिए। ऐसा करने के लिए माता या पिता शिशु को गोद में लें और उसके हाथों से मां सरस्वती की पूजा करने के बाद चाक पूजा कराएं। इससे बच्चे का पढ़ाई में मन लगेगा और वह विद्या अर्जन के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगा।
ब्राह्मण को दान दिलवाएं
वसंत पंचमी के दिन शिशु के हाथ से ब्राह्मण को वेदशास्त्र का दान कराना भी बहुत शुभकारी माना गया है। ऐसा करने वाले शिशु पर ज्ञान और वाणी पर सरस्वती का वास होता है। शिशु से ब्राह्मण का चरण स्पर्श कराने के बाद दान करें। साथ ही उसे गोद में लेकर श्री सरस्वत्यै स्वाहा का जाप करते हुए मां सरस्वती की पूजा करें।
वसंत पंचमी के दिन किए गए ये उपाय आपके शिशु को ज्ञान और विद्या का मालिक बनाएंगे और वाणी पर सरस्वती का वास होगा।