- अगर दुकान पूर्व दिशा में स्थित है तो अपनी दुकान को हमेशा समय पर खोलना चाहिए।
- उत्तर दिशा में स्थित दुकानों में कभी भी कस्टमर के साथ या दुकान के कर्मचारियों के बीच में झगड़ा नहीं होना चाहिए।
- जो इंसान पश्चिम दिशा में स्थित दुकान खोलता है उसे दुकान बंद करते समय दुकान का दरवाजा बंद नहीं करना चाहिए।
नई दिल्ली. व्यवसाय के क्षेत्र में हर कोई इंसान तरक्की करना चाहता है और हर दिन मुनाफा कमाना चाहता है। दुकान को अच्छी तरह से चलाने के लिए सिर्फ इमारत की नहीं बल्कि दिमाग की जरूरत पड़ती है।
अगर आप हर दिन तरक्की करना चाहते हैं और मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको अपने दुकान के वास्तु पर ध्यान देना चाहिए। वास्तु शास्त्र में ऐसी कई बातें लिखी हैं जिनका पालन करके आप व्यवसाय के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।
आपकी दुकान पूर्व दिशा में है तो अपनी दुकान को समय पर खोलें। प्रॉफिट कमाने के लिए सबसे पहले जल्दी बिक जाने वाले सामानों को बेंचे।
दुकान यदि ईशान दिशा में है तो दुकान के दरवाजे पर ज्यादा वजन मत रखिए। किसी भी तरह का वजन दुकान के मुख्य दरवाजे पर ना रखें।
उत्तर दिशा की दुकानों के लिए वास्तु टिप्स
माना जाता है कि जो दुकान उत्तर दिशा में होती है उसकी स्थिति हमेशा अच्छी रहती है। ऐसी दुकानों से कभी भी कस्टमर को दुखी होकर नहीं जाना चाहिए। अगर कोई समस्या है तो दुकान का मुखिया उसे जल्द से जल्द हल करे। कोई कस्टमर सामान बदलना चाहता है तो कस्टमर की बात मानें।
दुकान के लिए वायव्य कोण फलदायक माना गया है, इन दुकानों के दुकानदारों को साख का निर्माण करवाना चाहिए। दुकान के लिए विज्ञापन करना उचित रहेगा। ऐसी दुकानों का मेन बोर्ड बहुत आकर्षक होना चाहिए और डिस्प्ले में कम बिकने वाले सामानों को सजाना चाहिए।
पश्चिम दिशा में स्थित दुकान करवाती हैं फायदा
अगर पश्चिम दिशा में स्थित दुकान पुश्तैनी है तो फायदा ज्यादा करवाती है। इस दुकान में दुकानदारों को दो शिफ्ट में बैठना चाहिए। जो इंसान दुकान खोलता है उसे दुकान बंद नहीं करना चाहिए।
अगर इस दिशा में आपकी दुकान है तो आपको यहां शास्त्र और उपयोगी वस्तुओं का कारोबार करना चाहिए। ऐसी दुकानों का मुख्य दरवाजा थोड़ा भारी होना चाहिए और डिस्प्ले को ज्यादा बिकने वाले सामानों से सजाना चाहिए।
दक्षिण दिशा में स्थित दुकानों पर दें विशेष ध्यान
अगर आपकी दुकान दक्षिण दिशा में है तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है बस आपको यह वास्तु टिप्स अपनाने चाहिए। अगर ऐसी दुकानों में कस्टमर के लिए दरवाजा खोलने के लिए किसी इंसान को नियुक्त किया जाए तो यह उत्तम माना जाता है।
अगर दुकान का दरवाजा खोलने वाला दिव्यांग व्यक्ति हो तो यह सोने पर सुहागा रहेगा। ऐसी दुकानों में ग्राहकों के लिए बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए। ग्राहकों को सामान बेचते वक्त पश्चिम दिशा में खड़ा रहना चाहिए। ग्राहकों के बांए दिशा में दुकान का काउंटर बनाना चाहिए।