- शास्त्रों के अनुसार दिवाली पर मां लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरूप की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है
- दिवाली के दिन धन लक्ष्मी की पूजा करने से धन दौलत में बढ़ोत्तरी होती है
- लक्ष्मी माता के इस स्वरुप की पूजा करने से समाज में यश, सम्मान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है
दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा का बहुत महत्व है। इस दिन प्रत्येक घर में मां लक्ष्मी की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। कहा जाता है कि दीपावली के दिन माता लक्ष्मी अपने भक्तों के घर में आती हैं। इसलिए मां के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए दिवाली के दिन विशेष पूजा करते हैं।
इस साल दीपावली 27 अक्टूबर को है। शास्त्रों के अनुसार दिवाली पर मां लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरूप की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है और मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा घर में धन, वैभव एवं ऐश्वर्य आता है और घर की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं। आइये जानते हैं दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरुप की पूजा किन फलों की प्राप्ति होती है।
धन लक्ष्मी
दिवाली के दिन धन लक्ष्मी की पूजा करने से धन दौलत में बढ़ोत्तरी होती है और घर में चारों तरफ से पैसे के आगमन का संयोग बनता है। कहा जाता है कि मां की विधिवत पूजा करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यर्थ में धन की बर्बादी नहीं होती। मां लक्ष्मी की पूजा करते समय ऊं आद्य लक्ष्म्यै नम: मंत्र का भी जाप करना चाहिए।
यश लक्ष्मी
लक्ष्मी माता के इस स्वरुप की पूजा करने से समाज में यश, सम्मान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा व्यक्ति विद्वान और विनम्र बनता है। पूजा के दौरान ऊं विद्यालक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करने से शत्रुता खत्म हो जाती है।
आयु लक्ष्मी
दीपावली के दिन आयु लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति की उम्र लंबी होती है और उसे हर रोगों से मुक्ति मिलती है। अगर आपके घर में कोई हमेशा बीमार और तनाव में रहता है तो मां लक्ष्मी की पूजा करते समय ऊं सौभाग्यलक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करने से वह निरोगी और स्वस्थ हो जाता है।
वाहन लक्ष्मी
यदि आप बहुत दिनों से वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं लेकिन किसी कारण नहीं खरीद पा रहे हैं तो दिवाली के दिन माता के इस स्वरुप की पूजा करने से आपकी वाहन खरीदने की मनोकामना जल्द पूर्ण हो सकती है। मां लक्ष्मी की कृपा से आपका दुर्घटना से बचाव होता है और आपका वाहन क्षतिग्रस्त नहीं होता है। इस दिन ऊं वाहन लक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप भी करना फलदायी होता है।
स्थिर लक्ष्मी
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के इस स्वरुप की पूजा करने से अन्नपूर्णा देवी की कृपा प्राप्त होती है और घर के धन धान्य में बढ़ोत्तरी होती है और व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर जाता है। पूजा करते समय ऊं अन्न लक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
सत्य लक्ष्मी
दीपावली के दिन माता के इस स्वरुप की पूजा करने से मनचाही पत्नी मिलती है। इसके अलावा यदि आपका अपनी पत्नी से झगड़ा होता रहता है तो विशेष पूजा करने से पत्नी के साथ संबंध बेहतर होते हैं और ऊं सत्य लक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करने से वह जीवन में आगे बढ़ने में आपकी सहायता करती है।
संतान लक्ष्मी
मां लक्ष्मी के इस स्वरुप की पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा संतान की दीर्घायु और सुख समृद्धि के लिए भी संतान लक्ष्मी की पूजा करना फलदायी है। पूजा करते समय ऊं भोगलक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
गृह लक्ष्मी
दिवाली के दिन गृह लक्ष्मी की पूजा करने से आप अपने जीवन में अपना घर बनाने में कामयाब रहते हैं। इसके अलावा यदि आपके घर पर किसी ने कब्जा कर लिया है या मकान के निर्माण में बाधा आ रही है तो ऊं योगलक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
इसलिए मनचाहे फल की प्राप्ति के लिए दिवाली के दिन पूरे विधि विधान से मां लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरुप की पूजा करनी चाहिए। इससे घर में सुख समृद्धि आती है और धन धान्य में वृद्धि होती है।