- करवाचौथ का पहला व्रत बेहद खास होता है
- त्योहार के रस्म-रिवाज को जानने का मौका मिलेगा
- खुद को दोबारा से दुल्हन की पोषाक में देखना खास होता है
इस विशेष दिन विवाहिताएं सूर्योदय के साथ व्रत शुरू करती हैं और चंद्रोदय तक अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत करती हैं। नवविवाहिताओं के लिए उनका पहला करवाचौथ न केवल उत्साह से भरा होता है बल्कि कई रस्म-रिजवाज और विधियों को पहली बार करने का मौका भी मिलता है। शादी के बाद नए घर में नए पारिवारिक सदस्यों के साथ ये त्योहार मनाना बेहद खास होता है। बड़े-बुजुर्गों का अशीर्वाद के साथ अपने नव दांपत्य जीवन की शुरुआत करना होता है। पति भी पत्नी का यह प्यार और त्याग देखकर उसके प्रति सजग और प्रेम से भर जाता है।
आजकल, अधिकांश विवाहिताएं समूह में करवाचौथ का त्योहार मनाती हैं, सभी एक साथ सुहाग का थाल घुमाती हैं और नवविवाहिताओं को विधियों से परिचित करती जाती हैं। विवाह के बाद विवाह की तरह ही फिर से तैयार होना मेंहदी लगाना, गहने पहनने आदि के साथ वैवाहिक पोशाक पहना नवविवाहिता को बहुत सुखद अहसास दिलाता है। आइए जानें की पहली बार अगर आप करवाचौथ रख रहीं तो क्या कुछ खास आपको करना होगा और क्या खास जानकारी आपको रखनी चाहिए।
पहली सरगी:
सरगी सुबह का भोजन होता है, जो आम तौर पर सास तैयार करती है। करवाचौथ के दिन भोर से पहले सरगी का सेवन किया जाता है। इस भोजन में मिठाई, फल और अन्य पारंपरिक चीजें शामिल होती हैं। इस अवसर पर नवविवाहित बहू अपनी सास के प्रति प्यार और सम्मान दिखाने के लिए सास को कुछ उपहार देती है।
पहला बया:
बहू को करवा चौथ के पर सास की तरफ से भी उपहार मिलता है। इस सरगी में नमकीन और मीठी मठरी, ड्राई-फ्रूट्स, सुहाग का सामान औश्र कुछ उपहार होते हैं। यदि यह पहले करवाचौथ के लिए हो तो यह बाया अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि पहली बया में बहू के परिवार के लिए भी उपहार दिए जाते हैं। नवविवाहित दुल्हन के साथ करवाचौथ पूजा में भाग लेने जा रहे परिवार की महिलाओं को भी उपहार बांटे जाते हैं।
पहली करवा चौथ पूजा:
परिवार की सभी महिला सदस्यों के साथ आप भी करवाचौथ में शामिल होंगी और खास बात ये है कि आप इस पूजा में विशेष होंगी। वैवाहिक पोषाक पहन कर आप दोबारा से खुद को दुल्हन के रूप में पाएंगी। नए रस्म-रिवाज आपको जानने के मौके मिलेंगे और सामाजिक रूप से आपका यह पहला त्योहार भी होगा। इसमें आप आसपास की महिलाओं के साथ पूजा करेंगी। सभी बड़ी महिलाओं से अपने सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आपको आशीर्वाद मांगना होगा।
पति से उपहार:
अपनी पहली करवाचौथ का व्रत रखने वाली नवविवाहिता के लिए उसके पति का पहला उपहार भी बहुत मायने रखेगा। पति को भी अपनी पत्नि के लिए यह सब करना अच्छा लगेगा क्योंकि पहली बार उसके लिए कोई इतना कुछ कर रहा है। पति से उपहार पाने का यह मौका भी बेहद खास होता है।
इस त्योहार का उत्साह कई दिनों पहले से ही शुरू हो जाता है। श्रृंगार करना और व्रत रखने का भी अपना महत्व होता है।