- माघ गुप्त नवरात्रि मां दुर्गा की पूजा के लिए बेहद खास होती है।
- माघ गुप्त नवरात्रि की पूजा गुप्त रुप से तंत्र साधना के लिए की जाती है
- माघ गुप्त नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा का श्रृंगार अवश्य करें
हिंदू धर्म में प्रत्येक वर्ष साल में चार नवरात्रि पड़ती है। इनमें से शारदीय और चैत्र नवरात्रि के अलावा दो माघ गुप्त नवरात्रि भी पड़ती है। गुप्त नवरात्रि में मां काली,तारा, षोडशी भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता,धूमवाती,बंगलामुखी, मतंगी और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस नवरात्रि में लोग तंत्र मंत्र विधि से पूजा करते हैं और देवी की कृपा प्राप्त करते हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा करने का बहुत महत्व है। माघ गुप्त नवरात्रि 25 जनवरी को शुरू होगी और 4 फरवरी को समाप्त होगी। कहा जाता है कि इस नवरात्रि की पूजा बहुत विशेष होती है और देवी को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। मान्यता यह भी है कि माघ गुप्त नवरात्रि में देवी विशेष आशीर्वाद प्रदान करती हैं जिससे जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। आइये जानते हैं माघ गुप्त नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें।
माघ गुप्त नवरात्रि में क्या करें
- माघ गुप्त नवरात्रि मां दुर्गा की पूजा के लिए बेहद खास होती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापित करके देवी की पूजा करनी चाहिए।
- माघ गुप्त नवरात्रि की पूजा गुप्त रुप से तंत्र साधना के लिए की जाती है। तंत्र साधना सीखने के लिए आपके लिए यह नवरात्रि बहुत विशेष है।
- नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की चौके के आगे फर्श पर सोना चाहिए। इससे माता प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं।
- माघ गुप्त नवरात्रि के पहले दिन अखंड ज्योति जलानी चाहिए।
- नवरात्रि में नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करना चाहिए।
- गुप्त माघ नवरात्रि का व्रत रखें और यदि संभव हो तो सिर्फ फलाहार ग्रहण करें।
- तंत्र साधना रात में करें। ध्यान रखें आपकी साधना देखने या टोकने वाला कोई न हो।
- माघ गुप्त नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा का श्रृंगार अवश्य करें।
- साधना का पूर्ण फल पाने के लिए पशु और पक्षियों की सेवा करें।
- माघ गुप्त नवरात्रि में कन्या पूजन जरुर करें।
माघ गुप्त नवरात्रि में क्या न करें
- माघ गुप्त नवरात्रि में खुली जगह पर पूजा न करें अन्यथा आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।
- व्रत, पूजा या दान किसी दूसरे से ना कराएं।
- गुप्त नवरात्रि में चमड़े के सामान का उपयोग न करें अन्यथा मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं।
- इस दौरान दाढ़ी और बाल नहीं कटवाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
- माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी का बुरा नहीं सोचना चाहिए। इसके अलावा किसी जीव की हत्या भी नहीं करनी चाहिए।
इन सभी बातों का ध्यान रखने से माघ गुप्त नवरात्रि की पूजा और व्रत सफल हो सकता है। इससे देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख समृद्धि आती है।