- 29 जनवरी से शुरु होने जा रहा है माघ मास।
- हिंदू कैलेंडर में पूर्णिमा से होती है महीने की गणना।
- जानिए माघ के महीने का महत्व और इस दौरान पड़ने वाले त्यौहार।
माघ महीना उत्तर भारत में एक पारंपरिक हिंदू हिंदी कैलेंडर का ग्यारहवां महीना है। माघ माह 2021 29 जनवरी से शुरू हो रहा है और 27 फरवरी, 2021 को समाप्त हो जाएगा। इस कैलेंडर का उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में मुख्य रूप से पालन किया जाता है। इन क्षेत्रों में एक महीने की गणना पूर्णिमा या अगले पूर्णिमा के अगले दिन से की जाती है।
माघ मास का महत्व (Significance of Magh Maas):
माघ माह को पवित्र स्नान (स्नान), श्राद्ध और दान के लिए आदर्श माना जाता है। भोजन में विभिन्न व्रत किए जाते हैं। यह महीना भगवान श्रीकृष्ण के माधव रूप को समर्पित है।
माघ मास के अनुष्ठान (Magh Maas Rituals):
- सूर्योदय से पहले स्नान कर लें।
- नहाने के पानी में तिल मिला लें।
- गायत्री मंत्र का जाप करके और सूर्य को जल दिखाते हुए अर्घ्य दें।
- सभी दिनों में भगवान विष्णु के नाम का जाप करें।
- सत्संग, प्रवचन का हिस्सा बनें और माघ महीने के बारे में पढ़ें। गर्म खाना खाएं।
- ऐसे खाने की चीजों को दान करें जो गर्मी पैदा करने वाले तिल (तिल) या बाजरा की तरह हों।
माघ मास 2021 व्रत और त्यौहार:(Magh Month 2021 Vrat and Festivals):
गुप्त नवरात्रि - 12 फरवरी से 21 फरवरी
बसंत पंचमी - 16 फरवरी
रथ सप्तमी - 19 फरवरी
भीष्म अष्टमी - 20 फरवरी
इस महीने में मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा और रथ सप्तमी मनाई जाती है। माघ माह 2021 में चतुर्थी व्रत या संकष्टी गणेश चतुर्थी 31 जनवरी को है। उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार चंद्रोदय का समय 8:27 बजे है।