- हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है
- इस व्रत को करने से विवाह में आने वाली अड़चनें दूर हो जाती हैं
- शिवरात्रि व्रत कर्ज से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है
हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का विशेष महत्व है। उन्हीं में से एक महाशिवरात्रि है, जिसे हिंदू धर्म में बढ़कर माना जाता है। इस दिन लोग शिव भगवान की पूजा करते हैं। हर महीने आने वाली महाशिवरात्रि इस बार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी बुधवार 10 फरवरी के दिन मनाई जाएगी। भगवान शिव की पूजा करने के लिए ये दिन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है।
अपने भक्तों की सभी इच्छा पूर्ण करते हैं भोलेनाथ
भोलेनाथ के खुश करने के लिए मासिक शिवरात्रि की तिथि बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिन शिवजी की अराधना करने से वह प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं। इस दिन शिवजी के भक्त उनकी पूजा करते हैं और व्रत भी रखते हैं। ऐसै करने से घर में सुख-शांति आती है। आज हम आपको यहां मासिक शिवरात्रि के महत्व और पूजन विधि के बारे में बताएंगे।
मासिक शिवरात्रि - बुधवार 10 फरवरी
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। लेकिन हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि भी बहुत खास होती है। मासिक शिवरात्रि साल के हर महीने में और महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाई जाती हैं।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि हिंदी में
शिवजी के भक्त इस दिन विधि-विधान के साथ उनकी पूजा और व्रत करते हैं। माना जाता है कि ऐसै करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। शिवलिंग पर जल, शुद्ध घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि चीजों से शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल अर्पित करें। शिव पूजा के बाद शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करना शुभ माना जाता हैं।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
जिन लोगों की शादी होने में अड़चने आती रहती हैं और उनकी शादी नहीं हो पाती है। उनके लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत ही फलदायी होता है। इस व्रत को करने से विवाह में आने वाली अड़चनें दूर हो जाती हैं और कर्ज से भी छुटकारा मिल जाता है।