- 4 नवंबर को संकष्टी चतुर्थी और करवा चौथ मनाया जाएगा
- 13 नवंबर को धनतेरस और 14 को दीपावली का त्योहार है
- नवंबर महीने का अंत गुरु नानक जयंती के साथ होगा
इस वर्ष नवंबर में हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली पड़ने वाला है। साथ ही करवा चौथ, भाई दूज, छठ पूजा जैसे महत्वपूर्ण त्योहार भी पड़ने वाले हैं। त्योहार तो हमारे जीवन में खुशियां लेकर आते हैं लेकिन इन त्योहारों को लेकर एक असमंजस की स्थिति भी इसलिए बनी रहती है क्योंकि हमें सही तिथि और शुभ मुहूर्त पता नहीं होता है। इसलिए, हम आपके लिए नवंबर में पड़ने वाले सभी त्योहारों की एक लिस्ट लेकर आए हैं, जिससे आप उन त्योहारों की सही तिथि और उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।
4 नवंबर- वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी (November 4 - Vakratunda Sankashti Chaturthi Date)
भगवान श्री गणेश की भक्त कृष्ण पक्ष की हर चतुर्थी को संकष्टी व्रत करते हैं। कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की संकष्टी को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कहा जाता है। इस दिन भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और शाम को चंद्रमा को देख कर ही अपना व्रत तोड़ते हैं।
4 नवंबर- करवा चौथ (November 4 - Karwa Chauth Date)
सुहागिनों के लिए यह दिन बेहद खास होता है, इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की सलामती और लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं। जबकि अविवाहित लड़कियां अपने पसंद के जीवन साथी के लिए उपवास रखती हैं। इस दिन जो लोग विवाहित होते हैं वह लोग रात को चांद देखकर ही अपना व्रत तोड़ते हैं। इसके बाद भगवान चंद्रमा की पूजा होती है, जिसके बाद महिलाएं अपने पति के हाथ से पानी पीकर अपना उपवास तोड़ती हैं।
13 नवंबर- धनतेरस (November 13 - Dhanteras Date)
कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है यह महत्वपूर्ण दिन दीपावली के शुरुआत का प्रतीक है। हर साल धनतेरस का त्योहार दीपावली के पहले मनाया जाता है। एक कथा के अनुसार, भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी इसी दिन समुद्र मंथन से उत्पन्न हुए थे।
14 नवंबर- दीपावली (November 14 - Diwali Date)
दीपावली कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान राम अपना 14 वर्ष लंबा बनवास काट कर अयोध्या वापस लौटे थे। इसी उपलक्ष में पूरे देश में दीपोत्सव का कार्यक्रम होता है जिसे दीपावली कहा जाता है।
14 नवंबर- लक्ष्मी पूजन (November 14 - Lakshmi Pujan Date)
इस दिन, सभी भक्त धन की देवी माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए विधिवत तरीके से उनकी पूजा करते हैं और अपने जीवन में सुख समृद्धि बनी रहे इसकी कामना करते हैं।
14 नवंबर- काली पूजा (November 14 - Kali Puja Date)
देश के पूर्वी भाग में इस दिन भक्त देवी काली की पूजा करते हैं जो देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक रूप हैं। इस दिन वहां पंडाल बनाए जाते हैं और उनकी विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना होती है। यह त्योहार अधिकतर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, त्रिपुरा और बिहार जैसे राज्यों में मनाया जाता है।
15 नवंबर- गोवर्धन पूजा (November 15 - Govardhan Puja Date)
इस दिन भगवान श्री कृष्ण के भक्त इंद्रदेव पर भगवान कृष्ण के जीत का जश्न मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि, इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा कर इंद्रदेव की मूसलाधार बारिश से अपने सभी भक्तों को बचाया था।
16 नवंबर- भाई दूज (November 16 - Bhai Dooj or Bhau Beej Date)
भाई बहन का यह त्योहार जो रक्षाबंधन के ही समान है 16 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन बहन अपने भाइयों के माथे पर तिलक करती हैं और उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना करती हैं।
20 नवंबर- छठ पूजा (November 20 - Chhath Puja 2020)
या त्योहार वैसे तो पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन बिहार झारखंड और उत्तर प्रदेश में इसकी ज्यादा मान्यता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और सूर्य देव की पूजा करती हैं यह त्योहार 4 दिनों तक चलता है जो छठ मइया या देवी उषा की पूजा के साथ समाप्त होता है जिन्हें सूर्य देव की पत्नी के रूप में जाना जाता है।
20 नवंबर- सोहराय समहारम (November 20 - Soora Samharam 2020)
यह दिन भगवान कार्तिकेय यानी मुर्गन के विजय का प्रतीक है जिन्हें सोरापदमन के नाम से भी जानते हैं। भक्त इस त्योहार को मनाकर भगवान कार्तिकेय की जीत का जश्न मनाते हैं।
11 और 25 नवंबर- रमा एकादशी और देवोत्थान एकादशी (November 11 and 25 - Rama Ekadashi and Devutthana Ekadashi Date)
इस दिन भक्त रमा और देवोत्थान एकादशी व्रत रखते हैं। कार्तिक शुक्ल पक्ष और कार्तिक कृष्ण पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु की पूजा होती है। देवोत्थान एकादशी को ही चतुर्थ मास की अवधि समाप्त होती है।
26 नवंबर- तुलसी विवाह (November 26 - Tulasi Vivah Date)
इस दिन माता तुलसी का विवाह समारोह होता है जिन्हें वृंदा के नाम से भी जाना जाता है। यह भगवान श्री कृष्ण की प्रिय मानी जाती हैं। इस त्योहार के बाद से ही भारत में शादियों का मौसम शुरू होता है।
30 नवंबर- गुरु नानक जयंती (November 30 - Guru Nanak Jayanti Date)
इस वर्ष गुरु नानक देव की 551 वी जयंती 30 नवंबर को मनाई जाएगी। यह पूर्णिमा का दिन सिख धर्म के संस्थापक की जयंती के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है।