- पुत्र प्राप्ति के लिए रखा जाता है सकट चौथ का अहम व्रत।
- राजस्थान में है इस दिन से जुड़ा बेहद अहम मंदिर।
- जानिए व्रत की तिथि- मुहूर्त और इसका महत्व।
सकट चतुर्थी कृष्ण पक्ष चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है और भक्त प्रत्येक कृष्ण पक्ष चतुर्थी पर संकष्टी चतुर्थी का उपवास करते हैं। हालांकि माघ महीने के दौरान कृष्ण पक्ष चतुर्थी को सकट चौथ के रूप में भी मनाया जाता है और यह मुख्य रूप से उत्तर भारतीय राज्यों में मनाया जाता है। सकट चौथ देवी साक्षात को समर्पित है और महिलाएं अपने पुत्रों की भलाई के लिए इसी दिन उपवास रखती हैं। सकट चौथ की कथा देवी साक्षात के दयालु स्वभाव का वर्णन करती है।
सकट चौथ व्रत तिथि और मुहूर्त (Sakat Chauth 2021 Date and Muhurat)
सकट चौथ का दिनांक- रविवार, 31 जनवरी, 2021
सकट चौथ के दिन चन्द्रोदय - प्रातः 08:40
चतुर्थी तिथि शुरू- 31 जनवरी 2021, 08:24 PM
चतुर्थी तिथि समाप्त- 01 फरवरी 2021, 06:24 PM
राजस्थान में सकटा गांव है और इसमें देवी संकटा को समर्पित मंदिर है। देवता संकट चौथ माता के नाम से प्रसिद्ध हैं। यह मंदिर अलवर से लगभग 60 किलोमीटर और राजस्थान की राजधानी जयपुर से 150 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। साकेत देवी मंदिर के बारे में ज्यादा जानकारी पाकर लोग सकट माता मंदिर जा सकते हैं।
माता के अलावा सकट चौथ पर भगवान गणपति की भी पूजा की जाती है और इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है। साथ ही सकट चौथ को कई जगहों पर संकट चौथ, तिल-चौथ चौथ, वक्रा-टुंडी चतुर्थी और मल्ली के नाम से भी जाना जाता है।