- देश में जनवरी से वैक्सीन लगाई जा रही है
- अभी तक 23 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं
- देश में अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगाई जा रही हैं
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। कोविड 19 महामारी के खिलाफ वैक्सीन सबसे अहम हथियार है। एक्सपर्ट लगातार कह रहे हैं जो जो भी वैक्सीन उपलब्ध हो, लोग उसे लगवा लें। लेकिन अभी भी कई लोग हैं जो वैक्सीन के चयन को लेकर असमंजस में हैं।
'आकाशवाणी समाचार' के अनुसार, गंगाराम हॉस्पिटल के डॉ. (लेफ्टिनेंट जनरल) वेद चतुर्वेदी ने इसका जवाब देते हुए कहा है, 'पहले तो ये जान लें कि सभी वैक्सीन सेफ हैं। देश में 2 तरह की वैक्सीन लगाई जा रही हैं, जल्द ही स्पुतनिक भी लगाई जाएगी। इन सभी का उद्देश्य मानव शरीर में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बनाना है। इन सभी वैक्सीन को अप्रूवल भी इसलिए मिला है क्योंकि सभी में 50 प्रतिशत से अधिक एंटीबॉडी बनाने की क्षमता है। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि पूरे विश्व में केवल 5 देश ही वैक्सीन बना रहे हैं और भारत उनमें से एक है। इसलिए हमें इसमें पिछड़ना नहीं है, जो भी वैक्सीन आपके आस-पास उपलब्ध हो तुरंत लगवा लें।'
वैक्सीन लगवाना जरूरी
एम्स की तरफ से किए गए विस्तृत अध्ययन से सामने आया है कि अप्रैल और मई में अध्ययन में जिन वैक्सीनेटेड लोगों को शामिल किया गया था उन्हें थोड़ी बहुत दिक्कत के अलावा किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। बता दें कि अप्रैल से मई के बीच में ही कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी और बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की मौत हुई थी।अप्रैल और मई के दौरान ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन पर की गई पहली स्टडी में पता चला कि वैक्सीन ले चुके कुछ लोगों में वायरल लोड बहुत हाई होने के बावजूद किसी की मौत नहीं हुई।
देश में लगाए गए कोविड-19 टीकों की कुल संख्या आज 23 करोड़ से अधिक हो गई है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत 23.13 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 33,53,539 टीके लगाये गए। अभी तक 32,42,503 सत्रों के जरिए कुल 23,13,22,417 टीके लगाए जा चुके हैं।