- अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान का बहुत महत्व होता है
- अमावस्या पर पितरों के निमित्त जल अर्पित जरूर करना चाहिए
- हर कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन अमावस्या लगती है
हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है और इस दिन यदि दान, पूजा-पाठ के साथ पितरों की पूजा करने से मनुष्य को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस साल की पहली अमावस्या 12 जनवरी दिन मंगलवार को है। इसे बाद अमावस्या कब-कब है, आपको इस खबर के जरिए पूरी जानकारी मिलेगी। अमावास्या पितृदोष या पितृ ऋण से मुक्ति के लिए विशेष मानी गई है। इस तिथि पर पितरों को खुश करने के लिए श्राद्ध कर्म करना पूरे कुल को लाभ देता है।
एक साल में 12 अमावस्या होती हैं, लेकिन दर्श अमावस्या को मिला कर साल में 14 अमावस्या हो जाती है। हिंदू पंचांग में हर महीने के दो भाग में बांटा गया है। एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष। शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष में अमावास्या आती है। अमावस्या की रात चांद नजर नहीं आता है। तो चलिए आपको 2021 में अमावस्या कब और किस दिन पड़ रही बताएं।
2021 में अमावस्या तिथि की पूरी लिस्ट (2021 Amavsya Dates)
1. दर्श अमावस्या 12 जनवरी 2021 दिन मंगलवार
2. पौष अमावस्या 13 जनवरी 2021 दिन बुधवार
3. माघ अमावस्या 11 फरवरी 2021 दिन गुरुवार
4. फाल्गुनी अमावस्या 13 मार्च 2021 दिन शनवार
5. दर्श अमावस्या 11 अप्रैल 2021 दिन रविवार
6. चैत्र अमावस्या 12 अप्रैल 2021 दिन सोमवार
7. वैशाख अमावस्या 11 मई 2021 दिन मंगलवार
8. ज्येष्ठ अमावस्या 10 जून 2021 दिन गुरुवार
9. आषाढ़ अमावस्या 9 जुलाई 2021 दिन शुक्रवार
10. श्रावण अमावस्या 8 अगस्त 2021 दिन रविवार
11. भाद्रपद अमावस्या 07 सितंबर 2021 दिन मंगलवार
12. आश्विन अमावस्या 06 अक्टूबर 2021 दिन बुधवार
13. कार्तिक अमावस्या 04 नवंबर 2021 दिन गुरुवार
14. मार्गशीर्ष अमावस्या 04 दिसंबर 2021 दिन शनिवार
आमावस्या पर चांद की पूजा उन लोगों को जरूर करनी चाहिए जो अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाते या आप मानसिक रूप से परेशान हैं। अमावस्या के दिन गंगा-स्नान करने का विशेष महत्व है। गंगा स्नान न कर पाने की स्थिति में नहाने के जल में गंगाजल मिला कर स्नान कर लेना चाहिए।