- सावन मास के खत्म होने के बाद भादो का महीना शुरू होता है।
- इस बार भाद्रपद मास 23 अगस्त से 20 सितंबर तक है।
- भादो महीने में विष्णु जी एवं गणेश भगवान की पूजा होती है।
Bhadrapada Month Festivals 2021: हिंदू कैलेंडर के अनुसार छठे महीने को भाद्रपद व भादों का महीना कहा जाता है। ये चतुर्मास का दूसरा महीना माना जाता है। भादो की शुरुआत सावन मास के खत्म होने यानी पूर्णिमा तिथि के बाद होती है। इस बार भाद्रपद का महीना 23 अगस्त यानी आज से शुरू हो गया है, जो 20 सितंबर 2021 तक रहेगा। जिस तरह से सावन में भगवान भोलेनाथ की आराधना की जाती है। उसी तरह भादो का महीना भगवान श्रीकृष्ण एवं गणेश जी को समर्पित होता है। इस पूरे मास कई तीज-त्योहार पड़ते हैं। तो इस महीने कि दिन कौन-से व्रत पड़ेंगे, देखिए पूरी डिटेल
1-कजली या कजरी तीज
भाद्रपद मास में त्योहारों की शुरुआत कजली या कजरी तीज से होती है। ये कृष्ण पक्ष की तृतीया को पड़ती है। इस साल ये 25 अगस्त यानी बुधवार को पड़ रही है। ये त्योहार राजस्थान में विशेष रूप से मनाया जाता है।
2- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए उनका जन्मोत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 30 अगस्त दिन सोमवार को पड़ रहा है। इस दिन मथुरा, वृदांवन समेत पूरे देश में उत्साह का महौल रहता है।
3- अजा एकादशी
भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी का व्रत पड़ता है। इस बार ये व्रत 03 सितंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
4- भाद्रपद अमावस्या
भाद्रपद मास की अमावस्या पिंड दान, तर्पण आदि धर्म कर्म के कामों के लिये काफी शुभ मानी जाती है। यह अमावस्या इस साल 07 सितंबर को पड़ रही है।
5- हरतालिका तीज
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है। यह व्रत इस साल 09 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन माता पार्वती की गौरी के रूप में की पूजा की जाती है। सुहागिन महिलाएं साज—श्रृंगार करके देवी की आराधना करती हैं। इससे उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
6- गणेश चतुर्थी
इस माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 10 सितंबर को है। इस दिन गणेश भगवान की स्थापना की जाती है जिनका विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में पूरे देश में आनंद का वातावरण रहता है, लेकिन सबसे ज्यादा धूम महाराष्ट्र में देखने को मिलती है।
7- ऋषि पंचमी
भादो मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को ऋषि पंचमी के नाम से जाना जाता है। इस साल ऋषि पंचमी 11 सितंबर को है। इस दिन सप्त ऋषियों की पूजा की जाती है। इससे मानसिक शांति मिलती है।
8- देवझूलनी व पदमा, परिवर्तनी एकादशी
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवझूलनी एकादशी या पदमा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल ये व्रत 17 सितंबर, को पड़ रहा है। इस दिन विष्णु देव की पत्तर की मूर्ति को पालकी में ले जाकर जलाशय में स्नान कराया जाता है।
9- अनंत चतुर्दशी
इस मास की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। इस साल ये पर्व 19 सितम्बर यानी रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसी दिन गणेश उत्सव का समापन होता है।
10- भाद्रपद पूर्णिमा
भाद्रपद मास की पूर्णिमा इस वर्ष 20 सितंबर को पड़ रहा है। ये भाद्र पद मास का अंतिम दिन है होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा से कष्टों से छुटकारा मिलता है।