- आचार्य चाणक्य कौटिल्य के नाम से हैं देश दुनिया में प्रख्यात।
- ज्ञान व्यक्ति का जीवन भर देता है साथ, किसी भी कीमत पर इसे करें अर्जित।
- बीमारी के दौरान औषधि होता है व्यक्ति का पक्का साथी।
नई दिल्ली: कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ और प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में विश्वविख्यात आचार्य चाणक्य ने हर पहलू पर अपने बारीक विचार रखे हैं। उनकी नीतियों को आज के युग में काफी प्रासंगिक माना जाता हैं। चाणक्य की इन नीतियों में सुखद और सफल जीवन के लिए तमाम तरह की नीतियों का उल्लेख किया गया है।
इन्हीं नीतियों की बदौलत चार्य चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बना दिया और कई राजा महाराजाओं ने अपना शासन इन्हीं नीतियों के बलबूते चलाया। आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में ऐसी चीजों के बारे में बताया है, जो व्यक्ति का जीवन भर साथ देती है।
ज्ञान
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ज्ञान व्यक्ति का जीवन भर साथ देता है, ज्ञान ऐसी चीज है कि कोई आपसे छीन नहीं सकता। ज्ञान ही व्यक्ति को विपरीत और विषम परिस्थितियों से बाहर निकाल सकता है और अंतिम समय तक साथ भी निभाता है। इसलिए व्यक्ति को ज्ञान के महत्व को समझना चाहिए और साथ ही जिस किसी कीमत पर ज्ञान मिले इसे अवश्य अर्जित करें। मतलब आचार्य चाणक्य ने ज्ञान को हर हाल में अर्जित करने की सलाह दी है।
औषधि
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बीमारी के वक्त औषधि यानी मेडिसीन मनुष्य का पक्का साथी होता है। दवाएं ही मनुष्य को बड़े से बड़े रोग से मुक्ति दिलाती हैं। इसलिए मनुष्य को कभी भी दवा लेने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए है।
धर्म
धर्म व्यक्ति का पक्का साथी होता है जो उसका साथ हमेशा निभाता है। धर्म व्यक्ति को सही और गलत के निर्णय करने की क्षमता प्रदान करता है। धर्म पर चलकर व्यक्ति सदैव सत्कर्मों यानी अच्छे कर्म की ओर प्रेरित करता है। धर्म व्यक्ति के मृत्यु तक साथ रहता है इसलिए मनुष्य को सदैव धर्म का पालन करना चाहिए। धर्म का मार्ग हमेशा व्यक्ति के लिए एक ऐसा रास्ता प्रशस्त करता है जो उसके लिए सदैव सुख ,समृद्धि और सुरक्षा का मार्ग बनाता है।