- एकादशी पर विष्णु जी के मंत्र का बहुत महत्व होता है
- अजा एकादशी पर इन मंत्रों के जाप से पूर्ण होगी कामना
- भगवान का मानिसक स्मरण करने भर से पुण्यलाभ मिलेंगे
अजा एकादशी 15 अगस्त को है और इस एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। चातुर्मास में आने वाली इस एकादशी को करने से मनुष्य को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी दोनों का ही आशीर्वाद मिलता है। अजा एकादशी भगवान विष्णु जी को अति प्रिय है,इसलिए इस एकादशी का व्रत रखने का बहुत महात्मय होता है। एकादशी तिथि हिन्दू पंचांग की ग्यारहवीं तिथि होती है और हर माह में दो बार ये आती है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में होती है। एकादशी के दिन यदि भगवान विष्णु के मंत्र का जाप न हो तो वह अपूर्ण रह जाती है। तो आइए, जानें अजा एकादशी और इससे जुड़े मंत्र के बारे में।
भगवान विष्णु की पूजा करने से समस्त संकट भी दूर होते हैं और धन-वैभव के साथ सुख और समृद्धि की प्राप्ति भी होती है। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु जगत का पालनकर्ता हैं और करने वाले देवता हैं और उनका स्वरूप शांत और आनंदमयी माना गया है। हर एकादशी के दिन ही नहीं आम दिन में भी यदि भगवान विष्णु का मानसिक स्मरण भी कर लिया जाए तो वह अपने भक्तों के कष्ट दूर कर देते हैं। तो आइए जानें, भगवान के किन मंत्रों का जाप एकादशी के दिन जरूर करना चाहिए।
एकादशी या गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के इन मंत्रों का करें जाप
श्रीहरि बीज मंत्र
'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' हैं और इस मंत्र का कर धन-वैभव, समृद्धि तथा जीवन के अनेक कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती हैं।
श्रीहरि का शीघ्र फलदायी मंत्र
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। ॐ विष्णवे नम:।।
धन-समृद्धि के विशेष मंत्र
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो,मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
लक्ष्मी विनायक मंत्र
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
विष्णु के पंचरूप मंत्र
ॐ अं वासुदेवाय नम:,ॐ आं संकर्षणाय नम:,ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:,ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:, ॐ नारायणाय नम:, ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
सर्वकार्य लाभदायी मंत्र
ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। ॐ हूं विष्णवे नम:।
एकादशी के दिन भगवान श्रीहरि के इस मंत्र का जाप जरूर करें। इससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।