- गणेश चतुर्थी से होती है गणेशोत्सव की भव्य शुरुआत।
- जानिए गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं करना चाहिए चंद्र दर्शन।
- चंद्रमा देखने की गलती होने पर करना चाहिए विशेष उपाय।
When and Why Avoid Moon Sighting On Ganesha Chaturthi 2021: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी गणेश चतुर्थी सनातन धर्म में बेहद विशेष और महत्वपूर्ण मानी गई है। गणेश चतुर्थी को कलंक चतुर्थी, गणेश चौथ, डंडा चौथ और शिवा चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गणेश चतुर्थी के रुप में श्री गणेश जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। आज यानी 10 सितंबर को पूरे भारत में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।
मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी की रात को चंद्र दर्शन करने से बचना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन करने से मिथ्या दोष या झूठा कलंक लगता है। यहां जानिए आज कब चंद्रोदय होगा और कब से कब तक चंद्र दर्शन करने से बचना है।
चंद्रोदय और चंद्र अस्त का समय
- चंद्रोदय का समय: सुबह 09:12
- चंद्र अस्त का समय: रात 08:53
गणेश चतुर्थी पर कब से कब तक ना करें चंद्र दर्शन (Ganesha Chaturthi Chandra Darshan)?
आज यानी गणेश चतुर्थी पर लोगों को सुबह 09:12 से रात 08:53 तक चंद्र दर्शन करने से बचना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करना से अशुभ प्रभाव पड़ते हैं। कहा जाता है कि चंद्र दर्शन करने से लोगों को मिथ्या दोष लगता है।
अगर हो जाए चंद्र दर्शन तो करें यह उपाय (Ganesha Chaturthi 2021 Chandra Darshan Upay)
अगर भूलवश आज चंद्र दर्शन हो जाते हैं तो लोगों को कलंक दोष या मिथ्या दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ विशेष उपाय करने चाहिए। यहां जानें मिथ्या दोष से बचने के लिए विशेष उपाय।
1. अगर चंद्र दर्शन हो जाए तो कृष्ण-स्यमंतक कथा का पाठ या श्रवण करना चाहिए। ऐसा करने से श्री गणेश क्षमा करते हैं और इस दोष से मुक्ति प्रदान करते हैं।
2. अगर आपने गलती से गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन कर लिया है तो हर दूज को चांद देखें।
3. कलंक दोष से बचने के लिए मंत्र का जाप करें।
सिंहः प्रसेन मण्वधीत्सिंहो जाम्बवता हतः।
सुकुमार मा रोदीस्तव ह्मेषः स्यमन्तकः।।
4. भूलवश चंद्र दर्शन करने पर तुरंत किसी दूसरे के छत पर पांच पत्थर फेंक दें। इस उपाय से मिथ्या दोष से मुक्ति मिलती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने भी कलंक चतुर्थी पर चंद्र दर्शन कर लिया था जिसके बाद उन पर स्यमन्तक मणि चोरी करने का झूठा आरोप लगा था।
(NOTE : ये लेख आम धारणाओं पर आधारित है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)