- गुप्त नवरात्र में माता के 32 नामों को खूब जपना चाहिए
- गुप्त नवरात्रि में भैरो को प्रसन्न करने से देवी कृपा के साथ संकट से मुक्ति मिलती है
- धन प्राप्ति के लिए घर के मंदिर के माता की मूर्ति स्थापना कर रोज उनसे प्रार्थना करें
साल में चार नवरात्रि आती हैं - दो प्रकट और दो गुप्त। प्रकट नवरात्रि में जहां मां के नौ स्वरूपों की पूजा होती है वहीं गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। अगर गुप्त नवरात्रि के दौरान कुछ उपाय किए जाएं तो संकट टल जाते हैं और धन की कमी भी दूर होती है।
साल 2020 में आषाढ़ माह के गुप्त नवरात्रि सोमवार, 22 जून से शुरू हो गए हैं। इस दौरान भक्त व्रत-उपवार पूजन करेंगे। ये व्रत 30 जून तक चलेंगे। अगर आप गुप्त नवरात्रि में मां का पूजन करते हैं या किसी उपाय को आजमाते हैं तो ध्यान रहे कि मन सात्विक रखें और इस दौरान चमड़े की वस्तु, चप्पल या बेल्ट आदि का प्रयोग ना करें।
गुप्त नवरात्रि के उपाय
- गुप्त नवरात्रि में माता के नामों का जाप करना चाहिए। विशेषकर 32 तथा 108 नामों को खूब जपना चाहिए। ये जाप आपके कार्यों में आ रही प्रत्येक बाधाओं को समाप्त कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों में कुंजिकास्तोत्र का पाठ करें। इसमें आने वाले बीज मंत्र को 108 बार पढ़ें और सात बार सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ कर हवन कर दें। इससे घर में धन आगमन बढ़ेगा।
- व्यवसाय में उन्नति चाहते हैं तो दुर्गासप्तशती का पाठ करें। इसे पूरे नौ दिन करना चाहिए। साथ ही महाकाली, महासरस्वती तथा महालक्ष्मी का भी स्मरण करें।
- गुप्त नवरात्रि में पाठ करने से पहले देवी के समक्ष गाय के घी का एक दीया जलाएं और तांबे के लोटे में जल भरकर रखें। पाठ के बाद इस जल को पूरे घर में छिड़क दें। इससे बाधाएं दूर होंगी।
- अगर कोई और मंत्र या पूजा नहीं कर पा रहे हैं तो देवी दुर्गा के सामान्य मंत्र ऊं दुं दुर्गायै नम: मंत्र की नौ माला गुप्त नवरात्रि के दौरान रोज जाप करें। इससे संकट टलेगा।
गुप्त नवरात्रि में घर की साफ सफाई पर भी खास ध्यान देना चाहिए। अगर पूजा का पूरा फल चाहते हैं तो बेहतर होगा कि तन और मन को एकदम निर्मल रखें।