- पुरुषोत्तम मास में तुलसी पूजा से भगवान विष्णु भी होते हैं प्रसन्न।
- अधिकमास में तुलसी की पूजा के साथ सेवन का भी है बहुत महत्व।
- तुलसी के जल से स्नान करना बहुत ही पुण्यकारी माना गया है।
हिंदू धर्म में तुलसी को पवित्र और भगवान विष्णु की प्रिया के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं। तुलसी को पूजनीय माना गया है और हर हिंदू घर में तुलसी आंगन में जरूर होती हैं। प्रतिदिन तुलसी का पूजन करना और जल अर्पित करने से घर में सुख-शांति और सौभाग्य का वास होता है। अधिक मास पर भगवान विष्णु का आधिपत्य होता है और इस मास में भगवान के विभिन्न स्वरूपों की पूजा का विधान है, लेकिन लोगों को इस बारे में कम पता है कि इस मास में तुलसी की पूजा करने से महावरदान की प्राप्ति होती है। अधिक मास में श्री नारायण, श्रीकृष्ण के साथ-साथ तुलसी का पूजन जरूर करना चाहिए।
जानें, तुलसी पूजा का महत्व और पूजा से मिलने वाले फल
1. तुलसी अमूमन लोग घर के आंगन में रखते हैं, लेकिन तुलसी का पौधा घर के बाहरी प्रांगण में होना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी में बाहर से आने वाली हर नकारात्मकता को दूर करने की शक्ति होती है। घर को पवित्रता और सौभाग्य तुलसी से ही मिलता है।
2. अधिकमास में तुलसी पूजन से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं। इस मास में तुलसी पूजन के साथ तुलसी सेवन भी करना चाहिए इससे शरीर अनेक चंद्रायण व्रतों के समान फल प्राप्त होता है।
3. अधिकमास में स्नान के पानी में तुलसी के पत्ते डाल कर नहाने का भी महत्व है। ऐसा करने से स्नान का जल तीर्थस्थल के जल के समान बन जाता है। इस स्नान के बाद मनुष्य किसी भी पूजा-पाठ और यज्ञ में बैठने का अधिकारी होता है।
4. अधिकमास में तुलसी मंत्र और विष्णु मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप जितना हो सके उतना करना चाहिए।
5. यदि आपके घर में कलह या अशांति रहती हो तो आपको तुलसी की पूजा वैसे तो हर दिन करनी चाहिए, लेकिन अधिक मास में विशेष कर करें। इससे घर में शांति का माहौल कायम होगा।
6. घर-परिवार में आर्थिंक तंगी हो तो तुलसी पूजा करने से देवी लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है। इसके लिए शाम के समय तुलसी में दीप जरूर जाएं।
7. अधिकमास में रोज दही के साथ चीनी और तुलसी के पत्तों का सेवन करना अमृत समाना माना गया है। भगवान विष्णु को भोग लगाने के बाद इसे प्रसाद स्वरूप घर-परिवार में बांटना चाहिए।
8. तुलसी की पूजा ही नहीं उनके पत्तों का सेवन करने से भी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मनुष्य को प्राप्त होता है।
9. यदि तनाव और मानसिक कष्ट झेल रहे तो अधिकमास में भगवान विष्णु को दही के साथ तुलसी का भोग लगाएं। उसके बाद इसे प्रसाद स्वरूप खाएं। इस प्रसाद रूपी भोग से आपका कार्य में मन भी लगेगा और तनाव और कष्ट भी दूर होगा।
10. अधिक मास में आपको अपने घर में तुलसी का पौधा लगाना और लोगों को भेंट करना चाहिए। तुलसी वास्तु दोष निवारक भी है और शोक काटने वाली भी।
तो अधिक मास में तुलसी पूजा के साथ सेवन भी करें और भगवान का आशीर्वाद पाएं।