- दूसरों की मदद करने वाले व्यक्ति से विपत्तियां रहती हैं दूर
- परोपकार करने वाले व्यक्ति की तिजोरी हमेशा रहती है भरी
- धर्मार्थ कार्य करने वाले को समाज में मिलता है मान-सम्मान
Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य के सूत्र आम जीवन को भी बदलने की क्षमता रखते हैं। चाणक्य द्वारा लिखी गई नीतिशास्त्र लोगों को सफल और सुखद जीवन पाने के कई रास्ते बताती है। चाणक्य नीति में नें लोगों को धन हानि से बचने और धनवान बनने के भी तरीके बताए हैं। यदि चाणक्य नीति की इन बातों को जीवन में उतार लिया जाए तो व्यक्ति कभी मुसीबतों में भी नहीं फंसता है। नीतिशास्त्र के अनुसार, कुछ ऐसे गुण हैं, जिन्हें सभी व्यक्ति को अपने जीवन में अपनानी चाहिए। इससे व्यक्ति को न केवल बेशुमार धन-संपत्ति मिलती है, बल्कि उसे उसे मान-सम्मान मिलता है।
दूसरों की मदद करना
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिन लोगों में दूसरों की मदद करने का गुण होता है और जो अपने दिल में दूसरों के प्रति अच्छा भाव रखते हैं, उनके जीवन की सारी विपत्तियां अपने आप नष्ट हो जाती हैं। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए हर कोई तैयार रहता है। ये लोग अपने जीवन में हर सुख भोगते हैं। इन्हें जीवन में सफलता मिलने के साथ समाज में मान-सम्मान मिलता है।
Chanakya Niti For Business: व्यापार में सफलता पाने के गुण
परोपकार करना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, परोपकार के कार्यों में लगे रहते हैं और समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हैं। उनसे दुख दर्द हमेशा दूर रहता है। इनकी किस्मत हमेशा इनका साथ देती है। ऐसे लोग अगर व्यापार करें उन्हें खूब सफलता मिलती है। इनके रास्ते की रूकावट अपने आप दूर होती रहती है।
धर्मार्थ कार्य करना
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धर्मार्थ कार्यों में लगे लोग हमेशा परेशानियों से दूर रहते हैं। ऐसे लोगों को न तो कभी धन की कमी होती है और न ही कभी अकेले पड़ते हैं। उनके जीवन में अगर मुश्किल आ भी जाएं तो वे आसानी से दूर हो जाती हैं। उनका वंश भी हमेशा फलता-फूलता रहता है। ऐसे लोगों को समाज में सबसे ऊंचा दर्जा मिलता है। मानव जीवन के बाद इन्हें मोक्ष नसीब होता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)