- हनुमानजी की पूजा के दिन ब्रह्मचर्य का पूर्ण पालन करें
- हनुमान जी की पूजा करते समय महिलाएं बरतें खास सावधानी
- हनुमानजी की पूजा में शुद्धता और पवित्रता का रखें विशेष ध्यान
Lord Hanuman Worship Rules: श्रीराम भक्त प्रभु हनुमान ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा-अर्चना करने से भूत-पिशाच निकट नहीं आते। ये हम नहीं कह रहे बल्कि इसका जिक्र हनुमान चालीसा में किया गया है। हिंदू परिवार के हर घर पर हनुमानजी की पूजा की जाती है। कहा जाता है जिस घर में प्रतिदिन हनुमानजी की पूजा होती है, वहां कभी नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होता। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि जाने-अनजाने में हमसे ऐसी भूल हो जाती है, जो हमें पूजा के दौरान नहीं करनी चाहिए थी। इससे पूजा का फल नहीं मिलता। साथ ही हनुमानजी भी नाराज हो जाते हैं। इसलिए हनुमानजी की पूजा हमेशा सही तरीके से करनी चाहिए। जानते हैं हनुमानजी की पूजा के दौरान किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
स्नान के बाद करें पूजा
भगवान हनुमान की पूजा में साफ-सफाई और पवित्रता का खास महत्व होता है। इसलिए कभी भी बिना स्नान किए पूजा न करें। सिर्फ हनुमानजी ही नहीं बल्कि किसी भी देवी-देवता की पूजा बिना स्नान किए नहीं करनी चाहिए। स्नान करने के बाद आप घर के मंदिर या उस स्थान की सफाई भी जरूर करें, जहां आप पूजा करने वाले हैं।
शुद्धता और आचरण का खास ख्याल रखें
नहाने के बाद हमेशा साफ और धुले हुए कपड़े पहनें। कुछ लोगों की आदत होती है कि वे नहाने के बाद तौलिया लपेट कर ही बाहर आ जाते हैं और उसी अवस्था में पूजा करने लगते हैं, जोकि धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत गलत तरीका माना जाता है। इसलिए शुद्धता और आचरण का खास ख्याल रखते हुए पूजा करें।
महिलाएं बरतें विशेष सावधानी
हनुमानजी ब्रह्मचारी हैं। इसलिए उनकी पूजा करते समय महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। महिलाएं हनुमानजी को वस्त्र या चोला खुद अर्पित ना करें। इसके लिए आप अपने घर पर पुत्र या पति की मदद ले सकती हैं। महावारी के दिनों में भी हनुमानजी की पूजा महिलाओं को नहीं करनी चाहिए।
सूतक के दौरान न करें पूजा
घर-परिवार में किसी की मृत्यु हो जानें या किसी नवजात के जन्म के बाद कुछ दिनों का सूतक लग जाता है। सूतक के समय हनुमानजी सहित किसी भी देवी-देवता की पूजा नहीं करनी चाहिए।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)