- मंगला गौरी की पूजा सावन में की जाती है
- मंगला गौरी यानी माता पार्वती की पूजा आराधना करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं
- मान्यता है कि मंगला गौरी की आरती गाने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं
Mangala gauri Aarti song: हिंदू धर्म में सावन के मंगलवार को मंगला गौरी व्रत करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन यदि वैवाहिक महिलाएं मां गौरी की व्रत श्रद्धा पूर्वक करें, तो वैवाहिक जीवन की सभी समस्याएं तुरंत ही दूर हो जाती हैं। इस दिन मां की पूजा आराधना करने से संतान की प्राप्ति होती है। मंगला गौरी व्रत ज्यादातर सुहागन महिलाएं ही करती है। इस दिन घर में माता मंगला की पूजा अर्चना करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
ज्यादातर महिलाएं इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान ध्यान कर एक ही समय अन्न ग्रहण करके पूरे दिन माता पार्वती की पूजा आराधना सच्चे ह्रदय से करती हैं। यहां आप मंगला गौरी की आरती हिंदी लिरिक्स के साथ पढ़ सकते हैं।
मंगला गौरी आरती इन हिंदी, Mangala Gauri Aarti lyrics in Hindi, Mangala gauri Aarti song
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता
ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल दाता। जय मंगला गौरी...।
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता,
जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय मंगला गौरी...।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है,
साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था। जय मंगला गौरी...।
सतयुग शील सुसुन्दर नाम सटी कहलाता,
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता। जय मंगला गौरी...।
शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता,
सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाता। जय मंगला गौरी...।
सृष्टी रूप तुही जननी शिव संग रंगराताए
नंदी भृंगी बीन लाही सारा मद माता। जय मंगला गौरी...।
देवन अरज करत हम चित को लाता,
गावत दे दे ताली मन में रंगराता। जय मंगला गौरी...।
मंगला गौरी माता की आरती जो कोई गाता
सदा सुख संपति पाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
मंगला गौरी व्रत का महत्व, Mangala Gauri vrat
मंगला गौरी का व्रत करने से जीवन में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती हैं। यदि आप मंगला गौरी का व्रत किसी कारण बस नहीं कर पा रही है, तो पूरे सावन मंगला गौरी की आरती सुबह और शाम में जरूर करें। यह आरती आपकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण कर देगी।