- मोरपंखी का पौधा अक्सर अपने बगीचों में लगा जरूर देखा होगा
- मोरपंखी के पौधे की आकृति बहुत ही सुंदर आकार की होती है।
- वास्तु शास्त्र में भी मोरपंखी के पौधे का बहुत महत्व है
Morpankhi Plant Direcation In The House: वास्तु शास्त्र में हर पौधे का अपना एक विशेष महत्व है। चाहे वह तुलसी का हो या फिर कोई भी। घर पर पौधे लगाना हमेशा शुभ माना जाता है। माना जाता है कि पौधे घर में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आती है। हरे भरे पौधों को देखकर व्यक्ति का मन भी हमेशा प्रसन्न रहता है। इन्हीं पौधों में एक पौधा मोरपंखी का है। मोरपंखी का पौधा अक्सर अपने बगीचों में लगा जरूर देखा होगा। मोरपंखी के पौधे की आकृति बहुत ही सुंदर आकार की होती है। यह पौधा घर में ना केवल खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि वास्तु शास्त्र में भी मोरपंखी के पौधे का बहुत महत्व है।
वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि मोरपंखी के पौधे घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक तंगी से जूझ रहा व्यक्ति भी इस समस्या से छुटकारा पा सकता है। मोरपंखी का पौधा घर में वास्तु दोष को दूर करता है। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार मोरपंखी का पौधा किस दिशा में लगाने से फलदाई होता है।
पढ़ें- शरीर में अगर हैं ये समस्याएं तो नहीं करना चाहिए घी का सेवन, होंगे ये नुकसान
विद्या का पौधा भी कहा जाता है
मोरपंखी के पौधे को विद्या का पौधा भी कहा जाता है, इसलिए आपने अक्सर लोगों को इसे किताबों के बीच में रखते हुए जरूर देखा होगा। किताबों के बीच में रखने से व्यक्ति का मन पढ़ाई की ओर लगता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोरपंखी को घर में लगाने से परिवार के सदस्यों की बुद्धि में विकास होता है।
जोड़े में लगाना चाहिए मोरपंख
वास्तु शास्त्र के अनुसार जब भी आप अपने घर में मोरपंखी का पौधा लगाएं तो इसे अकेले ना लगाएं। मोरपंखी के पौधे को हमेशा जोड़े में लगाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इसे जोड़े में लगाने से पति पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है व दोनों के बीच प्यार हमेशा बना रहता है।
इस दिशा में लगाना चाहिए मोर पंख
विद्या का पौधा यानी मयूर पंख का पौधा हमेशा उत्तर दिशा की ओर ही लगाना चाहिए। इसे उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख शांति बनी रहती है व आय के कई रास्ते खुलते हैं।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)