Narsimha Bhagwan Ki Aarti Lyrics In Hindi, Narsingh Bhagwan Aarti: हिंदू शास्त्र में होली के एक दिन पहले होलिका दहन मनाई जाती है। इस दिन श्री नरसिंह भगवान की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है, कि नरसिंह भगवान की भक्ति पूर्वक पूजा करने से व्यक्ति के जीवन की सभी विघ्न-बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। यदि आप होलिका दहन पर भगवान नरसिंह की असीम कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो होलिका दहन के दिन पूजा के बाद उनकी ये आरती जरूर पढ़ें। मान्यता है कि इस आरती को पढ़ने से भगवान नरसिंह बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। यहां आप भगवान नरसिंह की आरती हिन्दी में देखकर पढ़ सकते हैं।
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा- शिव जी की आरती हिंदी में
Narsimha Bhagwan ki Aarti in Hindi (ॐ जय नरसिंह हरे आरती हिंदी में)
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।
स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे,
स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, जन का ताप हरे।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।
तुम हो दीन दयाला, भक्तन हितकारी,
प्रभु भक्तन हितकारी।।
अद्भुत रूप बनाकर,अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
होलिका दहन की कथा हिंदी में, शाम को पूजा के समय जरूर पढ़ें ये पौराणिक कहानी
सबके ह्रदय विदारण।
दुस्यु जियो मारी, प्रभु दुस्यु जियो मारी,
दास जान अपनायो, दास जान अपनायो, जन पर कृपा करी।।
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे।
शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
होलिका दहन की पूजा के बाद इस आरती को करें। ध्यान रखें कि नरसिंह भगवान की पूजा में शब्दों के उच्चारण में त्रुटि नहीं होनी चाहिए।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।