- हिंदू शास्त्र में फाल्गुन पूर्णिमा को विशेष महत्व दिया गया है।
- इसी दिन से होती है होली की शुरूआत।
- आज रखा जाएया फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत।
Phalgun Purnima 2022 Vrat Katha in Hindi: फाल्गुन पूर्णिमा (Phalgun Purnima 2022) का दिन बेहद पवित्र माना जाता है। इसी दिन होलिका दहन मनाई जाती है (Phalgun Purnima 2022 Date)। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए इसी दिन होलिका को जला दिया था। इस दिन भगवान विष्णु के चौथे अवतार यानी श्री नरसिंह की पूजा विधि-विधान से की जाती है। यदि आप भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त करने के लिए आज फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत करने की सोच रहे है, तो यहां आप इसकी कथा हिंदी में देखकर शुद्ध-शुद्ध पढ़ सकते हैं (Phalgun Purnima 2022 Vrat Katha In Hindi)।
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फाल्गुन पूर्णिमा 2022 व्रत कथा हिंदी में (Phalgun Purnima 2022 Vrat Katha In Hindi Read Here)
ऐसे तो फाल्गुन पूर्णिमा व्रत की कई कथा हैं। लेकिन नारद पुराण की कथा को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। यह कथा राक्षस हिरणकश्यप और उसकी बहन होलिका से जुड़ी हुई हैं। कथा के अनुसार जब राक्षस हिरणकश्यप ने अपनी बहन होलिका को प्रहलाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठने को कहा, तो होलिका प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठ गई। लेकिन भगवान विष्णु ने हिरणकश्यप की बहन होलिका का अहंकार चकनाचूर करके उसे ही अग्नि में जला डाला और प्रहलाद सुरक्षित रह गया।
पुरातन काल से ही इस दिन लकड़ी और उपले से होलिका का निर्माण करके उसे जलाया जाता हैं। यह दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता हैं। होलिका दहन के समय भगवान विष्णु और प्रहलाद का स्मरण जरूर करना चाहिए। इस दिन विधि-विधान से होलिका दहन मनाने से भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है। कुछ लोग इस दिन फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत भी रखते हैं। मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को श्रद्धा पूर्वक करने से सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।