- 3 अगस्त यानी सोमवार को रक्षा बंधन पर्व की धूम
- रक्षा बंधन के दिन मां लक्ष्मी की अराधना का विशेष महत्व होता है
- मान्यताओं के मुताबिक 12 मंत्रों के जाप से लक्ष्मी स्थिर होती है
नई दिल्ली: रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 03 अगस्त 2020 सोमवार को देशभर में मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें भाई को राखी बांधती है। बदले में भाई बहन को आशीर्वाद/गिफ्ट आदि देते हैं और उसकी रक्षा का आजीवन संकल्प लेते हैं। सावन महीने का यह पावन पर्व स्नेह का प्रतीक है।
स्कंद पुराण के मुताबिक पौष मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की और सावन मास की पूर्णिमा (श्रावणी पूर्णिमा- 03 अगस्त 2020 सोमवार) ये दिन लक्ष्मी पूजा के लिए खास दिन बताये गये हैं । अगर कोई आर्थिक कष्ट से जूझ रहा है। अगर किसी को पैसों की बहुत तंगी है घर में तो 12 मंत्र लक्ष्मी माता के सामने बोलकर, शांत बैठकर मानसिक पूजा करनी चाहिए। श्रद्धापूर्वक मां लक्ष्मी का नमन करें तो भगवती लक्ष्मी की प्राप्त होती है, लाभ होता है,। घर में लक्ष्मी स्थायी हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से उस व्यक्ति के घर में आर्थिक समस्याएं धीरे धीरे दूर होकर खुशहाली आने लगती है।
बारह मंत्र इस प्रकार हैं जिससे इन खास दिनों में मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
- ॐ ऐश्वर्यै नम:
- ॐ कमलायै नम:
- ॐ लक्ष्मयै नम:
- ॐ चलायै नम:
- ॐ भुत्यै नम:
- ॐ हरिप्रियायै नम:
- ॐ पद्मायै नम:
- ॐ पद्माल्यायै नम:
- ॐ संपत्यै नम:
- ॐ ऊच्चयै नम:
- ॐ श्रीयै नम:
- ॐ पद्मधारिन्यै नम
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्ति प्रदायिनि | मंत्रपूर्ते सदा देवि महालक्ष्मी नमोस्तुते ||
द्वादश एतानि नामानि लक्ष्मी संपूज्यय पठेत। स्थिरा लक्ष्मीर्भवेतस्य पुत्रदाराबिभिस:।।
अर्थात स्कंद पुराण के मुताबिक जो इन बारह नामों को इन दिनों में पठन करता है उसके घर में में लक्ष्मी स्थिर हो जाती है। पैसे की कभी भी आर्थिक तंगी नही रहती है और खुशहाली बनी रहती है।
इन मंत्रों को श्रद्धापूर्वक जाप करने के बाद इन कार्यों को अवश्य करना चाहिए।
- मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने घी या तेल का दीया जलाए।
- कमल का फूल अगर संभव हो सकें तो उन्हें अर्पित करें।
- फिर आप लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
- उसके बाद आप कपूर-धूप जलाकर मां लक्ष्मी की आरती करें।
- 11 कौड़ी श्वेत वस्त्र में बांधकर अपने घर की तिजोरी में रख दें।
रक्षा बंधन के दिन मां लक्ष्मी की हो सकते तो शाम में भी अराधना करनी चाहिए। इन मंत्रों के जाप के साथ आरती धूप जलाकर उनकी पूजा करनी चाहिए। घर में तुलसी जी के चौरा के सामने भी पूजा करनी चाहिए। तुलसी जी के पास भी दिया जलाना चाहिए। मां तुलसी के सामने घर की खुशहाली और समृद्धि की कामना करते हुए उस दीपक को पूरे घर में दिखाना चाहिए।